पटना,
पंचायत चुनाव के साथ ही नौ नगर निकायों के भी चुनाव कराए जाएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग पंचायत चुनाव की तैयारियों के साथ ही नगर परिषद, नगर पंचायत व नगर निगमों के चुनाव की तैयारी में जुटा है। सभी नौ नगर निकायों का वर्तमान कार्यकाल 2016 में समाप्त होना है। ऐसे में पंचायत चुनाव के साथ ही नगर निकायों का चुनाव करना भी कानूनी बाध्यता है।
फरवरी से अक्टूबर 2016 के बीच समाप्त होना है कार्यकाल :
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव दुर्गेश नंदन ने बताया कि फरवरी से अक्टूबर 2016 के बीच आठ नगर परिषद व नगर पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इनमें नगर परिषद बेनीपुर (फरवरी), नगर निगम बेगूसराय (मार्च), नगर पंचायत बलिया (अप्रैल), नगर परिषद अरवल (मई), नगर निगम कटिहार, नगर पंचायत, बीहट (बेगूसराय) एवं नगर निगम पूर्णिया (जून) का कार्यकाल समाप्त होगा। इनके साथ ही नगर परिषद हिलसा (नालंदा) का सितंबर, नगर पंचायत एकमा (सारण) का अक्टूबर में कार्यकाल समाप्त होने वाला है। इन सभी स्थानों पर चुनाव कराया जाएगा।
जिलों को तैयारी के दिए गए है निर्देश :
दुर्गेश नंदन ने बताया कि नगर निकायों के चुनाव को लेकर सभी संबंधित जिलों के जिला पदाधिकारी सह निर्वाचन पदाधिकारी को तैयारी करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा इन चुनाव को लेकर कैलेंडर तैयार किया गया है। इसके अनुसार पंचायत चुनाव के समांतर ही नगर निकायों में भी चुनाव होंगे।
महापौर चुनेंगे पार्षद
पंचायत चुनाव के साथ होने वाले नगर निकायों के चुनाव में राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा वार्ड पार्षदों का चुनाव होगा। निर्वाचित किए जाने वाले वार्ड पार्षद ही अपने-अपने क्षेत्रों के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव करेंगे। इनमें नगर परिषद व नगर पंचायतों के लिए अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का चुनाव वार्ड पार्षद करेंगे तो नगर निगम में महापौर एवं उप महापौर का चुनाव वार्ड पार्षद करेंगे। सभी नौ नगर निकाय वाले क्षेत्रों में चुनाव के बाद स्थानीय स्वशासन की प्रक्रिया पूरी होगी।
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