बाग से आम तोड़ने पर 8 साल की मुस्लिम लड़की की बेरहमी से हत्या

बिहार के अररिया में आम चुनने गई आठ साल की बच्ची अमेरुन की हत्या कर दी गई। यही नहीं आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए बच्ची के शरीर पर इनर्वटर से बिजली का शॉक भी दिया। घटना रविवार की शाम की है। इस बाबत पीड़ित पिता ने चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।

दरअसल, मामला अररिया के नरपतगंज प्रखंड के बसमतिया ओपी क्षेत्र का है। रविवार को ईद के लिए इब्राहिम साफी अपनी पुत्री अमेरुन निशा (8) के साथ खरीदारी करने बाजार जा रहे थे। बाजार के रास्ते में आम का बगीचा आने पर अमेरुन आम चुनने के लिए जिद करने लगी। आख़िरकार बाप को बेटी की जिद के आगे झुकना पड़ा और इब्राहिम अमेरून को बाग़ में छोड़कर अकेला बाज़ार चला गया।

लेकिन जब वह बाज़ार से लौटकर बगीचे के पास अपनी बेटी को ढूंढ़ने लगे तो बच्ची मृत अवस्था में मिली। सूचना पर बसमतिया ओपी अघ्यक्ष सदानंद साह ने बगीचा पहुंचकर शव की जांच की।

मृतक के पिता ने पुलिस को बताया कि उसके पुत्री के साथ दुर्यव्यहार भी किया गया है तथा साक्ष्य को छुपाने के लिए इलेक्ट्रिक शॉक भी दिया गया है।

वहीं मृतका अमेरुन के शरीर पर कई जगह धारदार चीज से जख्मों के निशान भी मिले हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भिजवा दिया है।

पीड़ित पिता ने बसमतिया के वार्ड संख्या नौ के संजय मेहता उसकी पत्नी बबितया देवी, विनोद मेहता, बीरेन्द्र मेहता तथा उमेश मेहता को नामजद आरोपी बनाया है। जिस आम के बागान में घटना हुई है वह आरोपियों का है।

इधर पुलिस ने बताया कि बच्ची को पहले तो थप्पड़ से बाद में दबिया से शरीर के कई हिस्सों में चीर कर और उसके बाद बैट्री के करंट से निर्मतापूर्वक हत्या की गई है।