भागलपुर: एक 20 साल के युवक को स्थानीय पंचायत ने अपनी भतीजी से शादी रचाने के लिए मार दिए जाने का फरमान सुना दिया, जिसके बाद उसे मौत के घाट उतार दिया गया।
पीड़ित हिमांशु यादव जो गौरीचौकी गांव का मूल निवासी है उसी गांव के सोनी को ट्यूशन पढाता था। बाद में दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे, लगभग आठ महीने पहले उन्होंने घर से भाग कर शादी कर ली थी।
जब पिछले महीने यह जोड़ा भागलपुर में अपने घर वापस आया, तो सोनी के पिता परमानंद यादव जो हिमांशु के दूर के रिश्तेदार थे, ने हिमांशु के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया, हिमांशु को गिरफ्तार कर लिया गया।
स्थानीय अदालत के समक्ष पेश होरकर लड़की ने कहा कि वह नाबालिग नहीं थी और हिमांशु से उसने अपनी मर्ज़ी से शादी की थी, जिसके बाद अदालत ने हिमांशु को रिहा कर दिया।
डेकन हेराल्ड के अनुसार उसके बाद परमानंद न्याय के लिए स्थानीय पंचायत में चले गए। पंचायत की बैठक में लड़की के पिता ने हिमांशु की मां से खून का रिश्ता बताते हुए उनके बेटे से शादी को खारिज कर दिया।
“वह अपनी भतीजी से कैसे शादी कर सकता है? पंचायत के सदस्यों ने हिमांशु की मां से पूछा”
गौरलतब है कि लड़के के पिता बैठक में नहीं आये, तो लड़की के परिवार ने आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। और बताया गया कि जब तक लड़के की हत्या नहीं हो जाती, तब तक पंचायत बैठक जारी रखेगी। और इसके एक घंटे के अंदर ही हिमांशु को गोली मार दी गई।
भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मनोज कुमार ने हमलावरों की गिरफ्तारी का आदेश दिया। सूत्र ने बताया, कि, प्रकाश यादव और राजा यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि काजिलि पुलिस थाने में 21 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।