पटना। बिहार में सियासी उठापटक के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधायकों और सांसदों के साथ हुई बैठक के बाद राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया।
इस्तीफा देने के बाद नीतीश ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैंने अंतरात्मा की आवाज़ पर इस्तीफा दिया है। हमसे जितना हुआ उतना गठबंधन का धर्म निभाया। जनता के हित में काम किया। लगातार बिहार के लिए काम करने की कोशिश की। जो माहौल था, उसमें काम करना मुश्किल था।
नीतीश ने कहा कि हमने तेजस्वी से इस्तीफा नहीं मांगा, लेकिन लालू और तेजस्वी से यही कहा कि जो भी आरोप लगे हैं, उसे साफ करें। स्पष्टीकरण करना बहुत जरूरी है, लेकिन वो भी नहीं हो पा रहा है। तेजस्वी पर आरोपों से गलत धारणा बन रही है। बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष से हमने कहा कि कुछ तो ऐसा करिए जिससे रास्ता निकले, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा था।
बता दें कि बुधवार सुबह लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी ने साफ कर दिया था कि नीतीश कुमार ने उनसे इस्तीफा नहीं मांगा है। इसलिए तेजस्वी के इस्तीफा नहीं देंगे। जिसके बाद नीतीश ने खुद ही इस्तीफा दे दिया।