बिहार: शिक्षक बहाली में हुये फर्जीवाड़ा की जांच में निगरानी ब्यूरो की टीम को नहीं मिल रही फाइलें, करना पड़ रहा है परेशानी का सामना

मोतिहारी (बिहार) से अनिसुर्हमान की रिपोर्ट

2006 के शिक्षक बहाली में हुये फर्जीवाड़ा की जांच में निगरानी ब्यूरो की टीम को परेशानी का सामना करना पड रहा है ।फाइल फोल्डर नहीं मिलने की वजह से संबंधित नियोजन इकाई और कस्टोडियन की कुंडली खंगालने की तैयारी शुरू कर दी है ।

इस मामले में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना कार्यालय ने मोतीहारी जिला शिक्षा स्थापना कार्यालय समेत जिला परिषद, व निकाय के नियोजन दफ्तर को खत लिखा है । जिसमें तय समय सीमा के अंदर फाइल फोल्डर और कस्टोडियन से संबंधित विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है ।

निगरानी कार्यालय के अनुसार जांच में सहयोग नहीं करने एवं साक्ष्य छुपाने के लिए संबंधित पदाधिकारी को दोषी मानते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।

पटना निगरानी कार्यालय से जारी पत्र में कहा गया है कि उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक व प शैक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच के लिए नियोजन से संबंधित पूरा फोल्डर व कागजात उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण जांच प्रभावित हो रही है ।

शिक्षा सहित अन्य नियोजन इकाई कार्यालय से इस संबंध में पूर्व में भी सूचना व अभिलेख मांगी की गई थी। लेकिन सूचना के बाद भी कार्यालय द्वारा कुछ बिंदुओं पर स्पष्ट रुप से सूचना व अभिलेख उपलब्ध नहीं कराई गई । जिसके फलस्वरुप निगरानी कांड के अनुसंधान पूर्ण करने में कठिनाई हो रही है ।

2006 में ही मांगी गई थी संचिका कस्टोडियन की जानकारी ।
निगरानी टीम ने वर्ष 2006 में हुई शिक्षक नियोजन के बाद से अब तक विभाग में तैनात रहे नियोजन संचिकाओं के कस्टोडियन पदाधिकारी सहित कर्मचारियों की सूची मांगी है।

इनमें संबंधित कर्मचारी के नाम, पिता के नाम, उनका स्थाई पता ,मोबाइल नंबर सहित तमाम जानकारी विस्तृत तरीके से मांगी गई है । इस बीच कस्टोडियन बदले गए तो कब से कब तक उनके कस्टडी में नियोजन संबंधित संचिकाएं रहीं।

वर्तमान में उनके पद स्थापना की स्थिति से जुड़ी तमाम जानकारी समेत कस्टोडियन नियुक्ति की आदेश कॉपी की स्व अभिप्रमाणित कागजात की प्रति के साथ अस्पष्ट सूचना पटना निगरानी कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

अस्पष्ट सूचना नहीं देने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी नियोजन इकाई के सदस्यों की भी मांगा खाका।
शिक्षक नियोजन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले नियोजन इकाई से संबंधित सदस्यों पर भी निगरानी की पैनी नजर है।

नियोजन में हुई गड़बड़ी की जांच कर रही टीम ने जिन शिक्षकों का ससमय फोल्डर उपलब्ध नहीं कराने का फलस्वरूप दिनांक 19 सितंबर 2015 को प्राथमिकी दर्ज कराई थी ।

उक्त नियोजन मामले में शामिल पंचायत से लेकर जीप व निकाय से संबंधित नियोजन इकाई के सदस्यों की कुंडली की मांग की है। इनमें नियोजन इकाई के अध्यक्ष सचिव समेत अन्य सदस्यों के पदनाम सहित उनका नाम, स्थाई पता व संपर्क नंबर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
तकरीबन 23,हजार फोल्डर निगरानी को नहीं मिले।
पूर्वी चंपारण जिले में हुई 15हजार 6 सौ 28 शिक्षकों के नियोजन का मामला है। जिसकी जांच निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम कर रही है नियोजन के विरुद्ध कुल 13हजार शिक्षकों का फोल्डर फाइल ही जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा निगरानी टीम को उपलब्ध कराया गया है । शेष दो हजार फोल्डर फाइल अब तक नहीं मिल पाया है ।

जानकारों की मानें तो उपलब्ध कराई गई 13हजार फाइल पूरी तरह संधारित नहीं है । इनमें भी कई त्रुटियां हैं । बताया जाता है कि डीईओ का हस्ताक्षर से संबंधित कागजात गायब है। हालांकि जांच के दौरान सामने आई गड़बड़ी के मामले में करीब 89 लोगों पर निगरानी की टीम अब तक प्राथमिकी दर्ज करा चुकी है।