पटना। बिहार के एक सरकारी स्कूल के छात्र अपनी कक्षाओं में प्रवेश करने से पहले मृतकों के लिए दुआएं करते हैं। कारण यह स्कूल एक कब्रिस्तान में स्थित है। गल्फ न्यूज़ में प्रकाशित खबर के अनुसार यह स्कूल मध्य बिहार के भोजपुर जिले में कोइलावार ब्लॉक के अंतर्गत करनगर गांव में स्थित है जो पटना से करीब 60 किलोमीटर दूर है।
स्कूल में कुल 248 बच्चे हैं जिसे साल 2006 में कब्रिस्तान की जगह स्थानांतरित कर दिया गया था। स्कूल, जिसे 1946 में स्थापित किया गया था, पहले यह स्थानीय मस्जिद से चल रहा था। बच्चों को मृतकों के बीच अध्ययन करने के लिए मजबूर किया जाता है क्योंकि यहां आस पास कोई अन्य शैक्षिक संस्थान नहीं है।
निशा परवीन नामक एक छात्रा ने कहा कि कब्र के अंदर बैठीं मृत आत्माओं के लिए दुआ करते हैं और यह हमारी दिनचर्या है। छात्रा के मुताबिक शुरू में बच्चों को कब्रों के पास जाने से डर लगता था लेकिन उनके पास कोई विकल्प नहीं था।
एक शिक्षक खुशनुमा ने कहा कि पढ़ाई शुरू करने से पहले छात्र मृतकों के लिए दुआ करते हैं और इसके पीछे का कारण हो सकता है। उनके अनुसार, शुरुआत में बच्चे स्कूल आने के लिए अनिच्छुक थे।