दरभंगा: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में मौजूदा सरकार के ज़रिए मुसलमानों के खिलाफ साजिश के तहत बनाये गये तीन तलाक विरोधी बिल के खिलाफ मार्च निकालने के लिए दरभंगा कमिश्नरी में बैठक हुई। इस बिल को मुस्लिम महिलाओं को अधिकार दिलाने के नाम पर मुस्लिम नौजवानों को जेल में डालने का जरिया बताया गया। बैठक में कई मिल्ली संगठनों ने तय किया कि इस बिल के खिलाफ 6 मार्च 2018 को एक विरोध मार्च निकाला जायेगा, जिसकी तैयारियों के संबंध में यह बैठक हुई थी।
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विरोध मार्च की तैयारी के लिए सभी मिल्ली संगठनों के ज़िम्मेदारों ने गाँव से लेकर शहरी क्षेत्र में लोगों से संपर्क करना शुरू कर दिया है। मुस्लिम महिलाओं को 6 मार्च को दरभंगा कमिश्नरी तक लाने के लिए पूरी मेहनत और लगन से काम कर रहे हैं। मार्च की तैयारी में बिहार स्टेट मोमिन कांफ्रेंस के राज्य सचिव शाहिद अज़हर ने बताया कि गाँव में 6 मार्च के मार्च की तैयारी को लेकर बैठक की गई जिसमें पिंडा सराए में मोहम्मद मुर्तजा राएन की अध्यक्षता में हुई बैठक में ज़्यादा से ज़्यादा मुस्लिम महिलाओं को कमिश्नरी मैदान में लाने की बात की गई। मोहम्मद जावेद अख्तर ने बताया कि हजारों की संख्या में महिलाएं इस मार्च में भाग लेंगी।
इस बैठक में इलाके के ज़िम्मेदार लोगों ने भाग लिया, जिसमें से शाहिद अतहर साहब दरभंगा, मोहम्मद जावेद अख्तर अंसारी दरभंगा, मास्टर मोहम्मद सोहेल अख्तर अंसारी, मोहम्मद मुस्तफा अंसारी, मोहम्मद तबरेज़ अख्तर, मोहम्मद तौसीफ अख्तर, मोहम्मद मेराज, मोहम्मद राशिद, मोहम्मद डब्लू, कारी सैफुल इस्लाम, मुखिया जी मोहम्मद अशफाक साहब, मोहम्मद अखलाक साहब, मोहम्मद तनु, नज़रे आलम, मौलाना एजाज़ आल, अंसारुल हक, डॉ राहत अली, मेहदी रज़ा कादिरी के अलावा शाहनवाज़ पप्पू भी शामिल थे।