पूर्णिया: देश में तीन तलाक़ बिल को लेकर चल रहे घमासान के बीच मुस्लिम महिलाओं का मुहिम सरकार खिलाफ लगातार तेज होती जा रही है। इस बिल को लेकर सोमवार को मुस्लिम महिलाओं ने सरकार के खिलाफ पूर्णिया की सड़कों पर जुलुस निकालकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। मुस्लिम महिलाओं ने सरकार के इस बिल के खिलाफ जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। जिसमे उनहोंने कहा कि शरीअत में सरकार की दखल अंदाजी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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बिहार के जिला पूर्णिया में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अगुवाई में संचालित तफज्जुलए शरीअत व आईने हिन्द कमिटी द्वारा शहर के मधोपारा स्थित मदरसा खुलेफा ए राशेदीन से हजारों की तादाद में मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक़ मामले को लेकर सरकार द्वारा किये फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि तीन तलाक को लेकर सरकार की यह बिल सरासर मुस्लिम महिलाओं पर हमला है जिससे मुस्लिम महिलाओं की जिंदगी और भी बद से बदतर हो जाएगी।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जिला कन्वेनर मो. गुफरान खान के साथ एक प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। जिला कन्वेनर मो. गुफरान ने बताया कि सरकार का यह बिल सरासर मुस्लिम महिलाओं और बच्चों के खिलाफ है।
उनहोंने कहा कि संसद में संयुक्त सत्र के दौरान दीए गए बयान जिसमे कहा गया है कि तीन तलाक बिल से मुस्लिम महिलाओं को मुक्ति के साथ साथ सम्मान से जीने की आजादी मिलेगी। लकिन सरकार की इस बिल से मुस्लिम समुदाय का भावना काफी ज्यादा आहात हुई है। इस कानून से सिर्फ मुस्लिम महिलाओं को ही नुकसान होगा। उनहोंने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इस इस कानून को नहीं मानता है।