‘जय श्री राम’ कहकर एक मुसलमान को बचानी पड़ी अपनी और परिवार की जान

देश के मौजूदा हालात मुसलमानों के लिए दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं। एक तरह गाय के नाम लिंचिंग का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है, वहीँ दूसरी तरफ मुसलमानों को तरह-तरह से धमकाया भी जा रहा है।

अब कुछ इसी तरह का मामला बिहार में पेश आया है जहाँ एक मुसलमान को ‘जय श्री राम’ कहकर अपनी और अपने परिवार की जान बचानी पड़ी।

पढ़िए, आपबीती

आज, 28 जून 2017 में बिहार सफ़र के दौरान समसतीपुर नेशनल हाईवे के मारगन चौक पर बजरंग दल के लोग ट्रक को रास्ते में रोककर रास्ता जाम कर रखा था।

मैं कार लेकर खड़ा ही हुआ था कि केसरिसा गमचछा गले में डाले कई लोग जय श्री राम का नारा लगाते आ पहुँचे। मैने पूछा क्यों रास्ता जाम है?

पूछते ही कई लोगों ने मेरी कार के अंदर बैठी मेरे माँ, बाप के साथ पत्नी पर नज़र डाली। चूँकि मेरे पिता दाढ़ी रखे हुए हैं और पत्नी नक़ाब पहनती है, को देखते हुए नारेबाज़ी तेज़ हो गई।

जब तक समझ पाता दो लोगों ने कार के शीशे के अंदर सर घुसाकर कहा बोलो जय श्री राम वरना कार फूँक देंगे। मैं दहशत में आ गया। वैसे मैं सभी मज़हबों का बहुत सम्मान करता हूँ। मैं दिल से राम जी का सम्मान भी करता हूँ। उनकी जय करने में मुझे कोई एतराज़ भी नही होता।

लेकिन जिस दहशत में वह मुझे जय श्री राम कहलाना चाहते थे मुझे अच्छा नही लगा। हालाँकि दहशत में मुझे जय श्री राम कहकर अपने परिवार को बचाकर वापस भागकर जान बचानी पड़ी।

कुछ दूर जाने के बाद मैने ट्विटर पर मुख्यमंत्री नीतिश कुमार को टैग करते हुए ट्वीट किया और जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार और राजद विघायक अखतरूल इस्लाम शाहीन को फोन करके मामले की जानकारी दी।

साथ ही अनुरोध किया कि तत्काल मामले में पुलिस मुस्तैदी के साथ सक्रिय हो ताकि कोई अप्रिय घटना ना घटे।

बाद इसके माँ को बहुत बीमार मामा से मिलाने के लिए किसी तरह रास्ता बदलकर मैं अपने ननिहाल रहीमाबाद पहुँचा।

बहरहाल इसके बाद भी आज भी मेरे दिल में राम जी के प्रति आस्था कम नही हुई है।

  • एम. अतहरउददीन, मुन्ने भारती