बिहार: उर्दू TET पास अभियार्थियों पर लाठीचार्ज से भड़के नजरे आलम, कहा- यह लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है

पटना: उर्दू टी0ई0टी0 पास उम्मीदवारों के साथ पटना पुलिस का जालिमाना रवैया सरकार की मंशा और नियत पर सवाल खड़े करने के लिए काफी है। कैरियर बनाने की फिक्र में दर दर की ठोकरें खाने वाले स्पेशल उर्दू/बंगला टी0ई0टी0 उम्मीदवारों के द्वारा जमहूरी तरीके से सड़कों पर उतर कर आन्दोलन करना और चैन की नीन्द सोने वाली सरकार को बेदार करना, आखिर किस सोच से विधि व्यवस्था और कानून की खिलाफवर्जी हो सकती है कि पटना पुलिस ने उन निहत्थे लोगों को बुरी तरह से मारा पीटा है और खौफ व दहशत का माहौल पैदा करने की कोशिश की है।

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ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सत्ता के लिए भाजपा का हाथ थामने के साथ साथ उसके विचारधारा को भी हू बहू अपना लिया है यही कारण है कि राज्य सरकार एक के बाद एक अल्पसंख्यकों की समस्याओं से नजरे चुराने लगे है और अल्पसंख्यकों की आवाज दबाने के लिए लाठी और गोली का प्रयोग करने लगे हैं। यह सारी बातें आॅल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवाँ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नजरे आलम ने प्रेस ब्यान में कही।

उन्होंने आगे कहा कि पटना पुलिस का हालिया रवैया लोकतंत्र के खिलाफ है और हक हकूक की आवाज उठाने वालों के साथ जालिमाना सलूक, हक और इंसाफ की हत्या के बराबर है। बेदारी कारवाँ सरकार के ऐसे किसी भी रवैये का सख्त विरोध करती है और लाठी चार्ज में जख्मी आन्दोलन कारी के साथ पूरी हमदर्दी का इजहार करती है और सरकार से मांग करती है कि वह हजारों उम्मीदवारों के भविष्य की चिंता करते हुए जल्द से जल्द बहाली का कोई रास्ता निकाले। नहीं तो हक और इंसाफ के लिए हमारा संगठन उर्दू टी0ई0टी0 उम्मीदवारों के साथ अंतिम क्षण तक की लड़ाई लड़ने को तैयार है।