सांप के डसने से मूक बधिर परिवार की इकलौती आवाज़ बिलाल की मौत

बिजनौर के  कस्साबान इलाके में नकटा नदी के किनारे रहने वाले  परिवार में एक बच्चे की सांप के काटने से मौत हो गई।

नफीस कुरैशी, जिनका सारा परिवार मूक बधिर है। लेकिन उनके दो पोते हैं जोकि सामान्य थे। नफीस के परिवार में पत्नी, चार बेटे और एक पुत्री है।

नफीस का एक बेटा शादीशुदा है, जिसके दो बेटे हैं। ये दोनों बेटे सामान्य ही पैदा हुए। उसका बड़ा बेटा बिलाल 7 साल का है और छोटा 4साल का।

ये घटना रविवार रात की है, जब बिलाल अपने पिता के साथ सोया हुआ था और उसके ऊपर सांप गिर गया। सांप द्वारा हाथ और कान में डसने के कारण वह जोर-जोर से रोने लगा।

बाद इसके दादा नफीस ने बेहोश हो चुके सांप को पकड़कर प्लास्टिक की बाल्टी में डाल दिया। इतनी देर में बिलाल भी बेहोश होने लगा।

बच्चे के मूकबधिर दादा व पिता बच्चे को जीवनदान की लालसा में आसपास के कई गांवों में सांप के काटे का इलाज करने वालों की चौखट पर पहुंचे और उन्हें हाथ जोड़कर उसके मासूम बच्चे का इलाज कर उसकी जान बचा लेने की गुहार लगाई, लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी।

सोमवार को मगरिब की नमाज के बाद बिलाल को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है। परिवार में सब मूक बधिर होने के चलते जब किसी से मजदूरी, काम-दाम की बात या बाजार से सामान खरीदारी करनी होती थी तो पिता और दादा बिलाल को ही अपने साथ रखते थे।

बिलाल दुकानदार से सामान का भाव पताकर अपने मूकबधिर परिजनों को इशारों में समझाता। बोलता सहारा छीन जाने पर मूकबधिर परिवार बेहद गमजदा है।