पीएम मोदी की अपील के बाद भी देशभर हो रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं फिलहाल रूकती नहीं दिख रही हैं।
हालाँकि इसे लेकर देशभर में प्रोटेस्ट हो रहा है लेकिन ऐसी मानसिकता और खस्ता क़ानून व्यवस्था के सामने मॉब लिंचिंग में कमी आना दूर आने की बात बेमतलब लगी रही है।
इस बीच अब सिविल वहीं अधिकारी कार्यकर्ता चाहते हैं कि इस मामले में कानून लागू हो।
दरअसल मॉब लिंचिंग के खिलाफ एक राष्ट्रव्यापी अभियान के लिए एक बिल तैयार किया गया है।
इस बिल को मानव सुरक्षा कानून (MASUKA) कहा जा रहा है। इस मसौदे (Draft) का अनावरण 7 जुलाई को किया जाएगा।
इस मामले में कांग्रेस नेता शहजाद पूनावाला ने नेशनल दस्तक को बताया, हम कानून के मसौदे पर हम बड़े पैमाने पर लोगों से परामर्श ले रहे हैं। हम चाहते हैं कि कानून सर्वदलीय हो और संसद इसे पारित करे।
बता दें कि पूनावाला के भाई के ड्राइवर को मालवीय नगर पुलिस स्टेशन क्षेत्र में भीड़ ने बेरहमी से पीटा था।
इस पर उन्होने कहा कि वह हिंदू हैं। यह दिखाता है कि देश में हिंसा की संस्कृति चल रही है। बहुत जल्द यह केवल धार्मिक पहचान से ही सीमित नहीं होगा।