नई दिल्ली। शैक्षिक संस्थाओं में नैतिक शिक्षा संबंधी पाठ्यपुस्तको में भगवद् गीता की शिक्षा को अनिवार्य किये जाने के प्रावधान वाले एक निजी विधेयक को शुक्रवार को लोकसभा में पेश किया गया।
भाजपा सदस्य रमेश बिधूड़ी ने ‘शैक्षिक संस्थाओं में नैतिक शिक्षा पाठ्यक्रम के रूप में भगवद् गीता का अनिवार्य शिक्षण विधेयक, 2016’ पेश किया जिसमें प्रस्ताव है कि भगवद्गीता को पाठ्यक्रम में अनिवार्य शिक्षण के लिए शामिल किया जाए।
वहीँ राकांपा की सुप्रिया सुले ने महिलाओं के विरुद्ध यौन हिंसा के अपराधों के मामलों को जल्दी निपटाने के लिए विशेष न्यायालयों के गठन का प्रस्ताव रखने वाले अपने निजी विधेयक को पेश किया। उन्होंने सभी बच्चों को निशुल्क और अनिवार्य माध्यमिक तथा उच्चतर माध्यमिक शिक्षा प्रदान करने के प्रावधान वाला एक गैर-सरकारी संकल्प भी रखा।