भाजपा की 2019 के चुनाव की तैयारियों पर पैनी नजर 

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ हुई समन्वय बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने साफ संकेत दिए हैं कि सरकार में बैठे कुछ लोगों की जवाबदेही तय करनी जरूरी है।

संघ का ऐसा मानना है कि कई मंत्रियों के काम जमीन पर नहीं दिखाई दे रहे हैं इसलिए उस दिशा में भी सोचा जाना चाहिए। इसके साथ ही संघ ने टीम योगी के साथ मिलकर कुंभ और 2019 लोकसभा चुनाव के लिए भी रणनीति तैयार की है।

यूपी सरकार और संघ के बीच मंगलवार को संवाद के कई दौर चले। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह दिल्ली संघ कार्यालय पहुंचे, जहां पर दो घंटे से ज्यादा समय तक उनकी संघ के शीर्ष पदाधिकारियों के साथ बातचीत चली।

बैठक में अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर भी सतर्क और सधा हुआ रुख अपनाने को कहा गया है। इसके इतर यह भी कहा गया कि जिन गतिविधियों और घटनाक्रम को रोका नहीं जा सकता, लेकिन अनावश्यक बयानबाजी कर स्वाभाविक को अस्वाभाविक बनाने से जरूर बचा जा सकता है इसलिए प्रतिक्रिया में सावधानी बरती जाए।

संघ और यूपी सरकार के बीच बैठक में संवाद बनाने पर खास जोर दिया गया। संगठन और सरकार से भी आपस में समन्वय बेहतर करने की अपेक्षा की गई। संघ मंत्रियों की कभी इतिहास तो कभी सामाजिक विषयों और आस्था जैसे मुद्दों पर बयानबाजी से भी खफा दिखा। सरकार और संगठन के शीर्ष लोगों से कहा गया कि बेहतर संवाद पर जोर दें और विवाद बढ़ाने वाले बयानों से दूरी बनाई जाए।

संघ ने यह भी कहा कि कई बार विषय उठाने के बाद भी कार्यकर्ताओं की अपेक्षाओं का समुचित समाधान नहीं हो रहा है। यह स्थितियां ठीक नहीं हैं। कार्यकर्ता ही जमीनी स्तर पर माहौल तैयार करते हैं। सरकार की निचले तबके पर केंद्रित योजनाओं की तारीफ के साथ-साथ क्रियान्वयन को और बेहतर बनाने के लिए भी कहा गया।