अगले साल 2019 में लोकसभा चुनाव होने हैं। खास मिशन के तहत भाजपा धार्मिक संस्थानों की सूचना जुटाने में जुट गई है। हर बूथ स्तर पर मठ, मंदिरों और आश्रमों का डाटा तैयार कर रही है।
नवभारत टाइम्स की खबर के अनुसार, पार्टी बूथ स्तर पर ही अनुसूचित जाति (एससी) और पिछड़ा वर्ग जाति (ओबीसी) के लोगों के आंकड़े भी एकत्र किए जा रहे हैं ताकि लोकसभा चुनाव की सही रणनीति बनाई जा सके।
पार्टी की प्रदेश यूनिट ने इस सर्वे के लिए एक लिस्ट भी बनाई है जो बूथ स्तर के इंचार्ज को बांटे गए हैं। इसमें धार्मिक स्थल, धार्मिक स्थल का लोकेशन, वहां के पुजारी या प्रतिनिधि का नंबर और उनके मोबाइल फोन नंबर शामिल हैं।
पार्टी इस रणनीति के जरिए धार्मिक स्थल के मुखिया से संपर्क करेगी और फिर उनके अनुयायियों तक पहुंचेगी। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर ने बताया कि बूथ सेक्शन कमिटी की बैठक 16 अगस्त से 25 अगस्त के बीच आयोजित की जाएगी।
पार्टी ने हर बूथ को एक अलग कोड में बांटा है। जो निर्वाचन क्षेत्र या बूथ पार्टी के फेवर वाला होगा उसे ‘ए’ कोड में रखा जाएगा। जहां पर पार्टी के 60-40 चांस होगा उसे ‘बी’ और जो इलाका अल्पसंख्यक बाहुल्य होगा उसे ‘सी’ श्रेणी में रखा जाएगा।
भाजपा के संगठन मंत्री सुनील बंसल ने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव के लिए प्रभावी रणनीति के माध्यम से सूचनाएं एकत्र की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि पार्टी गुरुद्वारों का भी डाटा एकत्र कर रही है।