मिशन 2019 के लिए सभी पार्टियां जुट गई है। भाजपा की तैयारी भी जोरों पर है। इसे ही ध्यान रखते हुए बीजेपी बंगाल में एक नए अंदाज में नजर आई। इसके लिए भाजपा कल कोलकता में अल्पसंख्यक सम्मेलन का आयोजन किया था । पार्टी को सम्मेलन में बड़ी तादाद में मुस्लिम समुदाय के लोगों के जुटने की उम्मीद थी, लेकिन अधिकांश कुर्सियां खाली ही रह गईं। बीजेपी इसके जरिये अल्पसंख्यकों को अपनी ओर आकर्षित करने की उम्मीद लगाए बैठी थी। हालांकि, सम्मेलन में कुछ सौ लोग ही जुटे थे। मालूम हो कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ब्राह्मणों को अपनी ओर करने के लिए ब्राह्मण सम्मेलन कर चुकी हैं।
भाजपा ने कोलकाता के मोहम्मद अली पार्क में अल्पसंख्यकों का जमावड़ा किया। पश्चिम बंगाल में मुस्लिम मतदाताओं की तादाद को देखते हुए पार्टी समुदाय को अपनी ओर करने में जुटी है। बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष अब्दुल राशिद अंसारी के साथ पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष और वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय भी मौजूद थे। राज्य में मुस्लिमों की अच्छी-खासी आबादी है, ऐसे में समुदाय राजनीतिक तौर पर काफी महत्वपूर्ण है। इसे देखते हुए वाम मोर्चा और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के बाद अब बीजेपी भी मुस्लिमों को रिझाने में जुट गई है। बीजेपी ने मुस्लिम सम्मेलन का आयोजन ऐसे समय किया है, जब पश्चिम बंगाल में इसी साल पंचायत चुनाव होने हैं।