नफ़रत फैलाने के लिए ऐसी ही न जाने कितनी फ़र्ज़ी तस्वीरें BJP आईटी सेल रोज़ छाप रहा है

पश्चिम बंगाल में फैली हिंसा के बाद राजनीति भी ज़ोरों पर है, बीजेपी सांसद और नेता वहां जाकर राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश में है। सोशल मीडिया में भी बीजेपी नेता और समर्थक फर्ज़ी और पुरानी फोटो के ज़रिए लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं ।

मिलिंद नाम के यूज़र ने एक तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा है कि बंगाल में मुस्लिम ने हिंदू लड़की की हत्या कर दी,उसक हाथ काट दिए। जबकि पंजाब केसरी में वही तस्वीर अलग कहानी के साथ छपी है। पंजाब केसरी की खबर है कि ससुराल जाने से मना करने पर पति ने पत्नी के हाथ काट दिए।

 

 

बीजेपी कार्यकर्ता नूपुर शर्मा ने ट्वीटर पर एक तस्वीर पोस्ट की है जिसमें अपील की गई है कि बंगाल में हिंदुओं को बचाने के लिए जंतर मंतर पर प्रदर्शन के लिए पहुंचिए। नूपुर शर्मा ने इस अपील में जिस तस्वीर को पोस्ट किया है वो 2002 के गुजरात दंगों की तस्वीर है ।

 

सोशल मीडिया पर इन फर्ज़ी तस्वीरों को बंगाल की सांप्रदायिक हिंसा और मुसलमानों के खिलाफ़ ज़हर फैलाने में इस्तेमाल किया जा रहा है । पुलिस और सरकारों को चाहिए कि इस तरह की ज़हर फ़ैलाने वाले सोशल मीडिया यूज़र के एकाउंट पर फौरन कार्रवाई की जाए ताकि सांप्रदायिक उन्माद फैलने से रोका जा सके ।

काशिफ सिद्दीकी लिखते हैं-

ये सिर्फ चार फर्जी तस्वीरें हैं, ऐसी ही न जाने कितनी फर्जी फोटो भाजपा का आईटी सेल रोज़ छाप रहा है। भाजपा के बड़े नेता इन तस्वीरों को शेयर कर रहे हैं।

बेहद बेशर्म ब्रीड की ये पार्टी आजकल “भारत जलाओ पार्टी” से “बंगाल जलाओ पार्टी” बनी हुई है। फर्जी फोटो छापते हैं, कैप्शन में लिखते हैं कहाँ गए अवार्ड वापसी वाले, कहाँ गए जुनैद पर शोर मचाने वाले।

हद तो ये हो गयी है कि बीजेपी की नूपुर शर्मा गुजरात 2002 के जनसहारों की तस्वीरों को बंगाल की तस्वीरें फोटोशॉप कर पोस्ट कर रही हैं।

दर असल ये चाहते हैं कि बंगाल ऐसा बन जाए जैसा ये फर्जी तस्वीरों में दिखा रहे हैं। जिम्मेदारी राज्य सर्कार की है की पूरी तरह से शान्ति बहाल करे, साथ ही भाजपाई जालसाज़ों को रोके।