संविधान बदलने वाले बयान पर भाजपा मंत्री हेगड़े ने मांगी माफी

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े द्वारा संविधान व धर्मनिरपेक्षता के बारे में दिए गए विवादित बयान पर मचे बवाल के बाद गुरुवार को लोकसभा में हेगड़े को अंततः माफ़ी मांगनी पड़ी। हालांकि राज्यसभा में इस मुद्दे पर विपक्ष अब भी हमलावर है। बता दें कि इस मामले को लेकर बुधवार को संसद के दोनों सदनों में कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियों के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की थी।

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अनंत कुमार हेगड़े खड़े होकर कहा कि उनकी संविधान, बाबा साहब भीम राव अंबेडकर और संसद में पूरी निष्ठा है। इसके बारे में उनको कोई भी शक नहीं है। किसी के बारे में उनकी निष्ठा कम नहीं हो सकती है। उनहोंने कहा कि अगर मेरे इस बात से किसी को ठेस पहुंचा हो, उससे किसी की भावनाओं चोट लगी हो, तो मुझे इसके लिए माफी मांगने में कोई संकोच नहीं है।

उधर सदन में हेगड़े के माफ़ी मांगने पर कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे समेत कुछ अन्य दलों के नेताओं ने आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि हेगड़े ने जो बयान दिया था, उसे देखते हुए इतना कह देना पर्याप्त नहीं है।

बता दें कि केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री अनंत हेगड़े ने कर्नाटक के कोप्पदल जिले के यलबुर्गा में ब्राह्मण युवा परिषद और महिलाओं के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विवादित बयान दिया था कि जो लोग धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिशील होने का दावा करते हैं, उन्हें अपने मां-बाप और उनके खून के बारे में जानकारी ही नहीं होती है। साथ ही यह भी कहा था कि इस सोच के साथ संविधान में बदलाव भी किया जा सकता है और इसीलिए हमलोग यहां हैं।