देश भर में भीड़ के हाथों हो रहे हत्याओं के खिलाफ देश भर में #NotInmyName के नाम से विरोध प्रदर्शन हो रहा है। जिस में हर मज़हब के लोग बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। इसमें हिन्दू, मुस्लिम, सिख ईसाई सभी शामिल हैं, और अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। भाजपा ने इस विरोध प्रदर्शन को पाखंड कहा है, एक ने तो इन सब लोगों को राष्ट्र विरोधी तक कह दिया।
भाजपा के प्रवक्ता नलिन एस कोहली ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्विट कर कहा कि “हर लिंचिंग हत्या है, इसकी निंदा होनी ही चाहिए। दोषियों को फांसी दी जानी चाहिए, बात खत्म। लेकिन #NotInmyName जैसी चयनात्मक निंदा पाखंड है।”
Every lynching is murder. Must be denounced. The guilty hanged. Period. A selective condemnation like #NotInMyName is hypocritical.
— Nalin Kohli (@NalinSKohli) June 29, 2017
आपको बता दूं कि एक अंग्रेजी वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार भीड़ के हाथों हो रहे हत्या के मामले में 2015 में 96% वृद्धि हुई है। हालांकि भीड़ के शिकार गैर मुस्लिम भी हुए हैं लेकिन 86% इस भीड़ के शिकार मुस्लिम हुए हैं।
यही नहीं भाजपा की आईटी टीम के चीफ अमित मालवीय ने ट्वीट कर दावा किया कि “#NotInMyName के आयोजक कराची के लोगों के संपर्क में थे, ताकि पाकिस्तान में भी प्रदर्शन हो। मैंने तो पहले ही बता दिया था कि ये लोग राष्ट्र विरोधी हैं।”
Organizers of #NotInMyName in touch with folks in Karachi for a re-run from Pakistani soil! Didnt I tell you these guys were anti-nationals?
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 28, 2017
भाजपा महिला मोर्चा की सदस्य प्रीति गांधी ने ट्वीट पर लिखा कि, “अवॉर्ड वापसी गैंग और चर्च पर झूठी हमलों पर प्रदर्शन करने वाले लोग ही अब #NotInMyName अभियान चला रहे हैं। वही पुराने लोग हैं जिनका दोबारा रिसाइकल करके इस्तेमाल किया जा रहा है।”
Award wapsi gang & fake Church attack protesters now running #NotInMyName campaign.Same set of a few hundred people being reused & recycled!
— Priti Gandhi – प्रीति गांधी (@MrsGandhi) June 28, 2017
गौरतलब है कि इस पुरे मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुप्पी साध रखी है, अभी तक वह एक शब्द नहीं बोले हैं। प्रदर्शकारियों का आरोप है कि सरकार इस मामले में आरोपियों को ढील दे रही है। एसी घटनाओं की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है।