नई दिल्ली। अपनी ही पार्टी की सरकार के मुखर आलोचक और बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने राष्ट्र मंच नाम का संस्था बनाई है। इस संस्था का मकसद देश की मौजूदा स्थिति के लिए चिंतित नेताओं को एक मंच पर लाना है। राष्ट्र मंच को बनाने में यशवंत सिन्हा को बीजेपी के ही एक और वरिष्ठ नेता शत्रुघ्न सिन्हा का भी साथ मिला है।
इस फोरम के गठन को लेकर सिन्हा ने कहा कि वे इस मंच में अपनी व्यक्तिगत क्षमता से उपस्थित होंगे और मौजूदा स्थिति को लेकर अपनी चिंताओं को रखेंगे।
उन्होंने कहा कि राष्ट मंच देश भर के किसानों के मुद्दे पर आंदोलन शुरू करेगा। नोटबंदी पर कई बार विरोध जता चुके यशवंत ने कहा कि मेरी नजर में नोटबंदी सिर्फ मनमानी थी और कोई रिफॉर्म नहीं था।
देश में गरीबी और अमीरी लगातार बढ़ती जा रही है। विदेश नीति को लेकर डंका बजाया जा रहा है जैसे अगर कोई विदेश के किसी एयरपोर्ट पर इंडियन पासपोर्ट लेकर जाता है तो उसे सलाम किया जाता है।
डोकलाम में चीन पहले के मुकाबले 90 फीसदी ज्यादा सैनिक के साथ ऊना आरम्य बेस बना रहा है लेकिन अब कुछ नहीं हो रहा है। अब कहां गया 56 इंच का सीना।
पाकिस्तान को लेकर कोई विदेश नीति नहीं है।सरकार सिर्फ प्रचार के युग मे जी रहे है और देश भय में जी रहा है।