चंडीगढ़। चंडीगढ़ में शुक्रवार देर रात भारतीय जनता पार्टी के हरियाणा अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला और उसके दोस्त ने एक लड़की का पीछा कर उसके साथ छेड़छाड़ की। आमतौर पर इस तरह के मामलों में लड़कियां अपनी पहचान छुपाती हैं। लेकिन पीडिता ने सबके सामने आने का फैसला किया है।
लड़की ने समाचार 18 को बताया कि वह अपनी पहचान छिपाकर नहीं रखना चाहती और न ही उसने ऐसा कुछ गलत किया है, जिससे उसके पहचान ज़ाहिर होने का डर है। सोशल मीडिया में पीडिता के इस कदम की सराहना हो रही है। हालांकि यहां भी कई ऐसे लोग हैं जो पीड़िता को ही घटना के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
फेसबुक पर संदीप भारद्वाज लिखते हैं- हमें पीडिता के इस कदम का सम्मान करना चाहिए। आमतौर पर छेड़खानी के ऐसे घटनाओं को महिलायें छोटा मोटा घटना कहकर दबा देती हैं लेकिन पीडिता है कि उसके सामने आना और रसूख वाले परिवार से सीधे लड़ाई लड़ना, दिखाता है कि अब ऐसा नहीं चलेगा।
मनीष पांडे लिखते हैं कि पीड़ित लड़की को सलाम। वह उन लोगों के खिलाफ लड़ रही है जिन के लिए ‘बेटी बचाओ’ केवल जुमला भर है।
वहीं इस घटना पर सोशल मीडिया में एक वर्ग का तंग सिद्धांत भी सामने आ रहा है। कुछ ट्विटर यूजर्स का कहना है कि पीडिता इतनी रात में क्यों निकली? वहीं कुछ का कहना है कि रात में चलना, पार्टी के लिए और फिर मीडिया के सामने कहना कि मेरे साथ छेड़छाड़ हुई। यह पीडिता का पब्लिसीटी स्टंट है।