तीन तलाक पीड़िता निदा खान जल्द भाजपा का दामन थाम सकती हैं

नई दिल्ली। तीन तलाक और निकाह हलाला के खिलाफ अपनी लड़ाई को उजागर करने के लिए आला हजरत हेल्पिंग सोसाइटी की अध्यक्ष और तीन तलाक के खिलाफ मुहिम छेड़ने वाली निदा खान के भाजपा में शामिल होने की सम्भावना हैं।

इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस महीने के शुरू में उत्तराखंड भाजपा नेताओं से मिली निदा खान ने अब लखनऊ या दिल्ली से पार्टी में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की है।

भाजपा नेतृत्व के जल्द ही इस मामले पर बात करने की संभावना है। भाजपा का कहना है कि हमें ऐसा अनुरोध प्राप्त हुआ है और इस मामले को दिल्ली नेतृत्व को बताया गया है।

उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि वे तय करेंगे कि निदा खान लखनऊ या दिल्ली में पार्टी में जुड़ेंगी। उत्तर प्रदेश में बरेली निवासी निदा खान तीन तलाक़ और घरेलू हिंसा की पीड़ितों के लिए एक गैर सरकारी संगठन चलाती हैं।

24 वर्षीय निदा खान उस वक्त चर्चा में आईं थी, जब बरेली की आला हजरत दरगाह ने उनके खिलाफ सामाजिक रूप से बहिष्कार करने का एक फतवा जारी किया था। फतवा देने वालों ने कहा था कि वे उन्हें इस्लाम से निकाल कर हुक्का पानी बंद कर देंगे। उनके जनाजे की नमाज नहीं होगी।

बीमार होने पर दवाई न की जाए। मृत शरीर को दफन न किया जाए। बाद में उसने अपने पति और दो अन्य क्लियरिक्स के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। संपर्क करने पर निदा खान ने बताया कि वह जिला स्तर पर तीन तलाक़, बहुविवाह और निकाह हलाला के मुद्दों से दो साल से अधिक समय से निपट रही है। घरेलू हिंसा के अन्य मामले हैं जो आते रहते हैं।

मैं इस मुद्दे से राष्ट्रीय स्तर पर निपटना चाहता हूं और यही कारण है कि मैं लखनऊ या दिल्ली में भाजपा में शामिल होना चाहती हूं। अभी तक उसको सूचना नहीं मिली है कि कब और कहाँ से शामिल होना है।

निदा खान खुद तीन तलाक पीड़िता हैं जो दरगाहे-आला हजरत के मुखिया के परिवार से संबंधित है। उसने तलाक को लेकर एक सिविल कोर्ट में मामला लड़ा जिसने इसे अवैध घोषित कर दिया। खान ने आरोप लगाया था कि उसके पति ने शारीरिक रूप से हमला करने के बाद 2015 में उसका गर्भपात कराया था।