जहां नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ मिलकर विधानसभा में विश्वास मत हासिल किया वहीं बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने विधानसभा में अपने शानदार भाषण से अपने विरोधियों तक का दिल जीत लिया।
तेजस्वी के प्रभावशाली भाषण ने बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता को भी तारीफ करने के लिए मजबूर कर दिया। बीजेपी नेता को आखिर कहना पड़ा कि तेजस्वी से ऐसे प्रभावशाली भाषण की उम्मीद नहीं थी।
दरअसल, तेजस्वी यादव को विपक्ष का नेता चुना गया था। सबसे पहले उनको ही बोलने का मौका मिला। कार्यवाही के दौरान आरजेडी नेता ललित यादव और भाई बीरेंद्र सिंह नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उस वक्त तेजस्वी ने अपनी समझदारी दिखाते हुए उनसे कहा कि आप शांति से बैठ जाइए, इनके लिए मैं अकेला काफी हूं।
नीतीश कुमार को बॉस से संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, ‘आपके पास 91 एमएलए थे बॉस।’ उन्होंने नीतीश से यह तक पूछ लिया कि क्या उनको शपथ लेते हुए शर्म नहीं आई? इसपर बीजेपी नेताओं ने अपना विरोध दर्ज करवाया। लेकिन तेजस्वी ने साफ कहा कि ऐसा बोलने में कुछ गलत नहीं है।
इसके बाद तेजस्वी ने नीतीश से कहा, “आप ‘हे राम’ से ‘जय श्री राम’ की तरफ बढ़ चले हैं। जो कोई भीड़ द्वारा मारपीट और बीजेपी के खिलाफ बोलता है उसे एंटी नेशनल कहा जाता है, लेकिन अब आप (नीतीश) राष्ट्रवादी हो गए हैं”। तेजस्वी ने आगे कहा कि वैसे तो नीतीश विपक्ष की एकजुटता की बात करते थे लेकिन सोनिया गांधी की मीटिंग में जाने की जगह वह पीएम मोदी के डिनर में पहुंचे थे।
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश ने बीजेपी के साथ मिलकर ड्रामा रचा। नीतीश पिछले छह-सात महीनों से बीजेपी के साथ गठबंधन करने पर विचार कर रहे थे। उन्होंने इस गठबंधन को लेकर नीतीश की मंशा पर भी सवाल खड़े किए और नीतीश के इस कदम को लोकतंत्र की हत्या बताया।