संसद में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या मामले के बहस में भाजपा सांसद हुकुमदेव नारायण यादव ने विपक्ष पर जम कर हमला बोला। उन्होंने देश के कुछ हिस्सों में हिन्दुओं को उनके सांस्कृतिक, धार्मिक कर्तव्यों में बाधा पहुंचाने और केरल में संघ प्रचारकों की हत्या को मोब लिंचिंग की बड़ी घटना बताया।
उन्होंने दीनदयाल उपाध्याय के कई बयानों का हवाला देते हुए कहा कि भारत के मुसलमान हिन्दुओं के वंशज हैं। यादव ने मौलाना अबुल कलाम आजाद और खान अब्दुबल गफ्फार खान का हवाला देकर कहा कि उन्होंने वंदे मातरम गाया था लेकिन अब ऐसा माहौल है कि इसे गाना अपराध माना जा रहा है।
यादव ने विपक्षी दलों की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि सामाजिक समरसता के मंत्र को आगे बढ़ाते हुए मुसलमानों को हिन्दुओं एवं हिन्दुओं को मुसलमानों के विचारों का सम्मान करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि भीड़ भीड़ होती है, चाहे किसी के नाम पर हो। प्रधानमंत्री ने कई बार भीड़ द्वारा की गई ऐसी घटनाओं को गलत बता चुके हैं। वे कह चुके हैं कि इन पर कार्रवाई होनी चाहिए। यह काम राज्यों को करना है और उन्हें कदम उठाना चाहिए।
उन्होंने सवाल किया कि क्या संविधान में लिखा है कि राज्य में किसी विषय पर पलटन (फौज) भेज दो। कश्मीर में जरूरत है, चीन में जरूरत है, तब वहां फौज भेजी गई है। हुकुमदेव नारायण यादव ने कहा कि सरकार कदम उठा रही है। आप (विपक्ष) नीतियों की आलोचना कर सकते हैं लेकिन हमारी नीयत पर सवाल नहीं उठा सकते।