मुंबई: भाजपा सांसद नाना पटोले ने भाजपा को जबरदस्त झटका देते हुए लोकसभा पद और भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पटोले की इस फैसले को गुजरात चुनाव में उलझी भाजपा के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। नाना भाऊ पटोले भारत की सोलहवीं लोक सभा के सांसद हैं।
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खबर के मुताबिक, पटोले पिछले काफी समय से बीजेपी नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नाराज चल रहे थे। पटोले का आरोप था कि मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री के सामने किसानों के मुद्दे उठाए थे, जिसे नहीं सुना गया था। इसके बाद उन्होंने इस बात को मीडिया में भी कही थी, तभी से वो नाराज चल रहे थे।
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के नानाभाऊ पटोले सोलहवीं लोक सभा के सांसद हैं। जो 2014 के चुनावों में वे महाराष्ट्र के भन्डारा-गोंदिया से तत्कालीन यूपीए सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल पटेल को हराकर चुनाव जीता था। प्रधानमंत्री दत्तक ग्राम योजना अर्थात किसी गाव को गोद लेकर उसका समग्र विकास करने हेतु नानाभाऊ ने तुमसर तहसील के बघेड़ा गांव को गोद लिया है।
इसके अलावा आप यह भी जान लें कि पटोले वही सांसद हैं जिन्होंन इसी साल सितंबर में कहा था कि जब मैंने ओबीसी मंत्रालय और किसानों की आत्महत्या के बारे में पीएम मोदी से सवाल करने की कोशिश की थी तो पीएम मोदी को मेरा सवाल पूछना अच्छा नहीं लगा और वो उस वक्त बहुत गुस्सा हो गए थे।
उनहोंने कहा था कि जब मोदी से सवाल किया जाता है, तो वो पूछने लगते हैं कि क्या आपने पार्टी का घोषणा पत्र पढ़ा है और क्या सरकारी स्कीमों की जानकारी है आपको?’ उस दौरान पटोले ने यह दावा भी किया कि था कि ‘सभी केंद्रीय मंत्री हमेशा डरे रहते हैं। मैं मंत्री नहीं बनना चाहता, मैं हिटलिस्टि में हूं मगर मैं किसी से नहीं डरता।