नई दिल्ली। शिरोमणि अकाली दल-भाजपा के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने रविवार को कहा कि दिल्ली विधानसभा में टीपू सुल्तान की तस्वीर नहीं लगाने दी जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि मैसूर के शासक टीपू सुल्तान के पिता मैसूर महाराजा के यहां कमांडर थे। महाराजा की मौत के बाद हैदर अली ने खुद को राजा घोषित कर दिया था। टीपू सुल्तान ने तो अपनी हुकूमत को इस्लामी घोषित कर दिया था। टीपू सुल्तान ने हिंदुओं को जबरन मुस्लिम बनाया था।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर विधानसभा में टीपू सहित 70 नामचीन हस्तियों की तस्वीरों का अनावरण किया था। सिरसा ने विधानसभा अध्यक्ष से अपील की कि वह ऐसी तस्वीर तुरंत हटाए जाने का हुक्म दें, नहीं तो वह खुद इसको हटाने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री से भी अपील की कि वह लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना बंद करें। सिरसा ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी (आप) वोट बैंक की राजनीति कर रही है।
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंदर गुप्ता ने अफसोस जताया कि आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने सदन में तस्वीरें लगाने से पहले उनसे संपर्क नहीं किया। गुप्ता ने कहा कि कर्नाटक में टीपू सुल्तान जयंती के अवसर पर 2015 में बड़े पैमाने पर झड़प हुई थी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में प्रदर्शन के बाद ऐसे विवाद को दोहराया नहीं जाना चाहिए था।