जम्मू-कश्मीर: खतरे में भाजपा-पीडीपी गठबंधन

जम्मू-कश्मीर में बढ़ते हालात के बीच भाजपा और पीडीपी के बीच रिश्ते भी अब असहज होते जा रहे हैं। भाजपा में कुछ लोगों का मनना है कि राज्य में महबूबा सरकार अलगाववादियों से सख्ती से निपटने में नाकाम रही है। इस समय दोनों खेमों में बैठकों का दौर जारी है। भाजपा हाईकमान जल्द ही राज्य में राष्ट्रपति शासन पर फैसला ले सकती है।

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 29 और 30 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जाने वाले हैं। उसके बाद ही महबूबा सरकार का भविष्‍य तय होगा।

इधर भाजपा महासचिव राम माधव ने गठबंधन सहयोगी पीडीपी के वरिष्ठ नेता हसीब द्राबू के साथ एक बैठक की। दोनों गठबंधन सहयोगियों में बढ़ते तनाव के बीच यह बैठक हुई। राज्य में भाजपा के एक मंत्री के बयान पर पैदा हुए विवाद की वजह से भी यह बैठक अहम मानी जा रही है।

माधव ने भाजपा के मंत्री चंदर प्रकाश गंगा से भी मुलाकात की, जिन्होंने बाद में अपने बयान पर खेद प्रकट किया। गंगा ने कहा था, ‘गद्दारों और पत्थरबाजों का इलाज गोलियों से किया जाना चाहिए। भाजपा महासचिव ने राज्यपाल एन एन वोहरा से भी मुलाकात की। कश्मीर घाटी में सुरक्षा के बिगडते हालात की पृष्ठभूमि में माधव राज्य का दौरा कर रहे हैं।

माधव और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना ने पीडीपी नेता और मंत्री हसीब द्राबू के साथ यहां भाजपा मुख्यालय में करीब डेढ घंटे तक बैठक की। उप-मुख्यमंत्री निर्मल सिंह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा और पार्टी के संगठन महासचिव अशोक कौल भी बैठक में शामिल थे।

खन्ना ने बताया, हमने जम्मू-कश्मीर के हालात पर चर्चा के लिए यह बैठक की। शर्मा ने कहा कि 29 अप्रैल से दो दिन के लिए होने वाले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के दौरे के सिलसिले में माधव आये हैं।