BJP -RSS ने धोखे से अपने कार्यक्रम में बुलाया उना पीड़ित को

नई दिल्ली: उना पीड़ित जीतू सरवैया से संबंधित यह खबर अभी मीडिया में चर्चाओं में है कि वह बीजेपी और आरएसएस के लिए प्रचार कर रहे हैं. जब उन से इस संबंध में पूछा गया तो सच्चाई कुछ और ही सामने आई. उना पीड़ितों में से एक के भाई जीतू सरवैया ने दो टूक कहा कि मनुवादी मीडिया झूठ बोल रही है. PRADESH 18 के संवाददाता सम्राट बौद्ध ने जब जीतू से उनके दिल्ली कार्यक्रम में शामिल होने के बावत पूछा तो जीतू ने बताया कि उन्हें धोखे से दिल्ली ले जाया गया था. उन्होंने दिल्ली जाने से कई बार मना कर दिया था. इसके बावजूद उन्हें कहा गया कि दिल्ली में बौद्ध महासभा और दलित एकता का विशाल कार्यक्रम है. इसे सच मानकर वे दिल्ली पहुंचे थे. बीजेपी या आरएसएस ने वहां तक उन्हें महसूस नहीं होने दिया कि यह कार्यक्रम दरअसल किस मकसद से रखा गया है.

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PRADESH 18 के अनुसार, पिछले दिनों एक खबर सुर्खियों में थी कि गुजरात में उना के पीड़ित दलितों ने आरएसएस का प्रचार करने का फैसला किया है. यूपी, पंजाब चुनावों के मद्देनजर इस खबर को बीजेपी की बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा था. लेकिन अब इस मामले में बड़ी खबर सामने आ रही है. पीड़ितों में से एक के भाई जीतू सरवैया ने बड़ा खुलासा किया है.

पत्रकार सम्राट बौद्ध ने पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने इसपर दो टूक कहा कि मनुवादी मीडिया जुठ बोल रही है. जीतू का कहना है कि जब हमें पता चला कि यह आरएसएस का कार्यक्रम है तो हम गुजरात अपने घर आने के लिए निकल पड़े. गुजरात आने के बाद मीडिया के जरिए हमें पता चला कि उना के सभी पीड़ित आरएसएस और बीजेपी का प्रचार करने निकले हैं. लेकिन ये सब झूठ है.

सम्राट बौद्ध ने कहा कि जब जीतू से उनके दिल्ली कार्यक्रम में शामिल होने के बावत पूछा गया तो जीतू ने बताया कि उन्हें धोखे से दिल्ली ले जाया गया था. बालुबापा को दिल्ली आमंत्रित किया गया था. उन्होंने दिल्ली जाने से कई बार मना कर दिया. इसके बावजूद उन्हें कहा गया कि दिल्ली में बौद्ध महासभा और दलित एकता का विशाल कार्यक्रम है. इसे सच मानकर वे दिल्ली पहुंचे थे. बीजेपी या आरएसएस ने वहां तक उन्हें महसूस नहीं होने दिया गया कि यह कार्यक्रम दरअसल किस मकसद से रखा गया है.