ब्रिटेन के पूर्व विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन के बुर्का पहनने वाली महिलाओं के लेटर बॉक्स करार देने के बाद उनके बयान की काफी आलोचना हो रही है। पिछले महीने प्रधानमंत्री थेरेसा मई के साथ विवाद के बाद उनको पद छोड़ना पड़ा था।
‘द डेली टेलीग्राफ’ में एक लेख में कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद ने कहा कि वह डेनमार्क की तर्ज पर बुर्के को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने के पक्ष में हैं। एक ट्विटर पोस्ट में, कंज़र्वेटिव नेता सईदा वारसी ने जॉनसन के बयान की निंदा की है।
क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी में राजनीति के प्रोफेसर टिम बाले ने कहा कि बोरिस खुद की नेतृत्व महत्वाकांक्षाओं के प्रिज्म के अलावा कुछ भी नहीं देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि उनका मानना है कि इस तरह की भाषा का उपयोग एक निश्चित प्रकार के कंज़र्वेटिव समर्थक के साथ गूंज जाएगा और वह नेतृत्व प्रतियोगिता में उन्हें अच्छा कर सकता है।
इस लेख को बुर्के पर डेनमार्क के हालिया प्रतिबंध की आलोचना करने के लिए समर्पित किया गया था। जॉनसन ने यह भी लिखा कि अगर आप मुझसे कहें कि बुर्का दमनकारी है तो मैं आपके साथ हूं।
मैं तो यहां तक कहूंगा कि यह बिल्कुल हास्यास्पद है कि लोग आने-जाने के लिए लेटर बॉक्स तरह दिखने का विकल्प चुनते हैं। उन्होंने कहा ब्रिटेन में कारोबारी और सरकारी एजेंसियों को ‘ड्रेस कोड’ लागू करना चाहिए और लोगों को चेहरा देखने की इजाजत मिलनी चाहिए।
सुश्री मई ने कहा कि व्यक्तिगत पसंद के मामले में एक महिला को क्या पहनना चाहिए, यह सवाल है। कोई भी महिला को कपड़े पहनने के बारे में बताने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।