एक मुस्लिम धर्मगुरु ने बोरिस जॉनसन की बुर्के के बारे में टिप्पणी के लिए कहा कि उनको कंज़र्वेटिव पार्टी से निकाल दिया जाना चाहिए। कंज़र्वेटिव मुस्लिम फोरम संस्थापक लॉर्ड शेख ने कहा कि इसमें सिर्फ माफी मांगना पर्याप्त नहीं है।
बता दें कि बोरिस जॉनसन ने बुर्के को ‘दमनकारी’ बताते देते हुए यह लिबास पहनी महिलाओं को ‘लेटर बॉक्स’ करार दिया था। इसके बाद उनकी आलोचना की गई। ‘द डेली टेलीग्राफ’ में अपने नियमित स्तंभ में कंजरवेटिव पार्टी के सांसद ने कहा कि वह डेनमार्क की तर्ज पर बुर्के को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने के खिलाफ हैं।
उन्होंने लिखा, ‘अगर आप मुझसे कहें कि बुर्का दमनकारी है तो मैं आपके साथ हूं, मैं तो यहां तक कहूंगा कि यह बिल्कुल हास्यास्पद है कि लोग आने-जाने के लिए लेटर बॉक्स तरह दिखने का विकल्प चुनते हैं।
उन्होंने ब्रिटेन में कारोबारी और सरकारी एजेंसियों को ‘ड्रेस कोड’ लागू करना चाहिए और लोगों के चेहरे देखने की इजाजत मिलनी चाहिए। कंज़र्वेटिव पार्टी के चेयरमैन ब्रैंडन लुईस ने बीबीसी रेडियो 4 की महिला का समय बताया कि इस मुद्दे पर बहस करने का अधिकार था, लेकिन जॉनसन को जिस भाषा का इस्तेमाल उन्होंने किया, के लिए खेद होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि किसी ने पार्टी को शिकायत की है, तो एक स्वतंत्र पैनल इसमें देखेगा लेकिन यह बहुत अधिक अकल्पनीय था कि पूर्व विदेश सचिव को अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। जॉनसन के एक करीबी ने कहा, हमें मुश्किल मुद्दों पर बहस बंद करने के जाल में नहीं आना चाहिए।
मुस्लिम काउंसिल ऑफ ब्रिटेन ने उनसे माफी की मांग करते हुए उन पर अति दक्षिणपंथ को बढ़ावा देने का आरोप लगाया जबकि विपक्षी लेबर पार्टी के सांसदों ने इस्लामोफोबिया को भड़काने का आरोप लगाया।
लेबर पार्टी की नाज शाह ने कहा, ‘बोरिस जॉनसन के नस्लीय अपमान पर हंसा नहीं जा सकता है। प्रधानमंत्री टेरीजा मे को इस्लामफोबिया की निंदा करनी चाहिए और बोरिस जॉनसन को माफी मांगनी चाहिए।