नई दिल्ली। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के एक सर्वे कराया है जिसके मुताबिक भारत में रिश्वत मांगने के मामले में पुलिस पहले स्थान पर है। सर्वे में कहा गया है कि रिश्वत की मांग करने वाले अफसरों में पुलिस विभाग सबसे ऊपर पर है जिसको 85 प्रतिशत लोगों ने स्वीकार किया है।
वहीँ रिश्वत के मामले में भारत एशिया के 16 देशों में टॉप पर है जबकि गए साल में सातवें नंबर पर था। 10 में से 7 लोगों को अपने काम के लिए रिश्वत देनी पड़ती है यानी देश के दो-तिहाई लोगों को रिश्वत देकर अपना काम करवाना पड़ता हैं।
पुलिस के अलावा सबसे ज्यादा भ्रष्ट लोगों में सरकारी अफसर 84 प्रतिशत, कारोबारी अफसर 79, पार्षद 78, सांसद 76, टैक्स अफसर 74 प्रतिशत और धार्मिक नेता भी शामिल हैं। 71 प्रतिशत ने धार्मिक नेताओं के भी भ्रष्टाचार में शामिल होने की बात कही।
यह सर्वे 16 एशियाई देशों के 20 हजार से ज्यादा लोगों से की गई बातचीत पर आधारित है। इसके मुताबिक भारत में 69 प्रतिशत, वियतनाम में 65, पाकिस्तान में 40, चीन में 26, साउथ कोरिया में 3 प्रतिशत लोगों को काम कराने के लिए पैसे देने पड़ते हैं।
कौन भ्रष्ट नहीं है? के सवाल पर लोगों ने सरकारी अफसर 26 प्रतिशत, जज और मजिस्ट्रेट 19 प्रतिशत और सांसदों को 12 प्रतिशत बताया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत, इंडोनेशिया और थाइलैंड के लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकारी कोशिशों से संतुष्ट हैं।
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के चेयरपर्सन जोसे उग्रेज ने कहा कि सरकार को भ्रष्टाचार रोकने के लिए और ज्यादा कोशिश करने की जरूरत है। लाखों लोगों को अपने कामों के लिए रिश्वत देनी पड़ रही है। यह उन गरीबों के साथ ज्यादती है, जो रोजी-रोटी से जूझते हैं।