लंदन : ब्रिटिश सरकार के प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा ब्रिटेन ने म्यांमार में सेना के लिए अपने प्रशिक्षण कार्यक्रम को निलंबित कर दिया है। ये म्यंमार राज्य में हिंसा की वजह से ऐसा किया गया है।
सरकार ने कहा है कि मानव अधिकारों के दुरुपयोग के बारे में गहरी चिंता थी जिसके कारण सैन्य पाठ्यक्रम शुरू नहीं किया जाएगा। जब तक कि रोहिग्या संकट जारी रहेगा तब तक इस मामले में स्वीकार्य समाधान नहीं माना जायगा।
प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि “बर्मा के राखीन राज्य में लगातार चल रही हिंसा के चलते, बढ़ते मानवीय संकट के कारण, और मानव अधिकारों के दुरुपयोग के बारे में हमें गहरी चिंता हो रही है। हमने बर्मी सेना को दिए गए शैक्षिक पाठ्यक्रमों को निलंबित करने का निर्णय लिया है वर्तमान स्थिति के लिए एक स्वीकार्य संकल्प भी तलाशेंगे।”
रोहिंग्या आतंकवादियों के हमले के बाद म्यांमार की सेना द्वारा 25 अगस्त को शुरू की गई कार्रवाई के कारण बड़ी संख्या में मुस्लिम बेघर हो गए और सीमापार चले गए। इस हिंसा से सीमा के दोनों तरफ मानवीय संकट पैदा हो गया है और ऐसे में सू ची पर सैन्य अभियान की निंदा करने का वैश्विक दबाव पड़ रहा है। वही संयुक्त राष्ट्र ने इसमें जातीय सफाये के सभी संकेत विद्यमान होने की बात कही।