हिंदू संगठनों के विरोध के बावजूब इंग्लैड बीफ़ की चर्बी वाले नोट नहीं बंद करेगा

बैंक ऑफ इंग्लैंड ने हिंदू संगठनों की मांग को नज़रअंदाज़ करते हुए यह साफ कर दिया है कि पॉलिमर नोट्स (जिसे गाय-भैंस की चर्बी से बनाया गया है) को जारी रखेगा।  

गंभीर विचार और व्यापक सार्वजनिक परामर्श के बाद बैंक ने यह साफ किया है कि नए नोटों की प्रिंटिंग पॉलिमर के इस्तेमाल से ही की जाएगी और इसमें कोई तबदीली नहीं की जाएगी। बैंक ने कहा कि नए 5, 10 और 20 पांड के नोट पॉलिमर से ही बनाए जाएंगे। 

बैंक का यह कदम पशु अधिकार की हितैशी पीईटीए और हिंदू मंदिरों की राष्ट्रीय परिषद को परेशान कर सकता है। क्योंकि इससे पहले भी यह संस्थाएं इस मुद्दे पर अपना विरोध दर्ज कर चुकी हैं।

बैंक ने एक बयान जारी कर कहा, यह फैसला कई बातों पर विचार करने के बाद लिया गया है, जिसमें लोगों की चिंता, पर्यावरणीय रूप से स्थायी विकल्प की उपलब्धता, हमारे सेंट्रल बैंक के साथियों की स्थिति, धन के मूल्य, और रोज़ाना इस्तेमाल की चीज़ों में पशु-व्युत्पन्न के व्यापक उपयोग शामिल हैं।

हालांकि सार्वजनिक परामर्श में 88% उत्तरदाताओं ने बीफ की चर्बी के इस्तेमाल का विरोध किया है। ज़्यादातर लोगों का मानना है कि नोटों के प्रिंट के लिए एकमात्र विकल्प ताड़ का तेल है। 

वहीं बैंक का कहना है कि ताड़ के तेल की जगह बीफ की चर्बी से नोट बनाने में ज़्यादा लागत आएगी। लेकिन पालिमर नोट ज़्यादा मज़बूत और टिकाऊ हैं और पर्यावरण के लिए भी फाएदेमंद हैं।