BSEB EXAMS: अब जुराब पहनकर नहीं दे सकेंगे मैट्रिक परीक्षा, चप्पल में आने का निर्देश

पटना: बिहार में 21 फ़रवरी से शुरू हो रहे मैट्रिक परीक्षा से ठीक पहले बिहार बोर्ड ने एक नया फरमान जारी किया है। बोर्ड ने मेडिकल परीक्षा की तरह ही अब मैट्रिक की परीक्षा में भी परीक्षार्थी केन्द्रों पर जूता-मोजा पहन कर नहीं जा सकेंगे।

खबर के मुताबिक, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों पर चप्पल पहन कर आने का निर्देश दिया है। प्रतियोगी परीक्षा की तरह मैट्रिक परीक्षा के दौरान जूता-मोजा पहनने पर रोक लगा दिया गया है। बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर द्वारा जारी दिशा निर्देशानुसार छात्रों को चप्पल पहन कर आना है। इससे चेकिंग में सुविधा होगी।

बोर्ड ने यह कदम नकल रोकने के लिए उठाया है। बोर्ड को इस बात की आशंका है कि परीक्षार्थी जूते और मोजे के अंदर चिट रख कर न आ जाएं।

परीक्षा हॉल में छात्र केवल एडमिट कार्ड और पेन लेकर ही जा सकेंगे। अगर कोई छात्र जूता पहन कर आएगा तो उन्हें क्लासरूम के बाहर ही रखना होगा। ऐसे छात्र खाली पांव ही परीक्षा देंगे। ‘

मैट्रिक परीक्षा में 152 परीक्षा केंद्र को आदर्श केद्र बनाया जायेगा। हर जिले में चार-चार परीक्षा केंद्र को आदर्श केंद्र बनाया जायेगा। इन केंद्रों पर केवल छात्राएं ही परीक्षा देंगी। वीक्षक और पुलिस कर्मी भी महिलाएं ही होंगी। बिहार बोर्ड की मानें तो इंटर में आदर्श परीक्षा की सफलता के बाद मैट्रिक में भी आदर्श परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा।

बता दें कि मैट्रिक की परीक्षा 21 से 28 फरवरी तक चलेगी। मैट्रिक परीक्षा कदाचार मुक्त हो इसके लिए केंद्राधीक्षकों को निर्देश जारी किए गए हैं।