बुलंदशहर की हिंसा से सिर्फ़ उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पुरे देश की चिंता बढ़ा दी है। भीड़ द्वारा हमला कर किसी को मौत के घाट उतार देना, आज कल देश में चलन सा बन गया है। बुलंदशहर हिंसा में इस देश ने एक बहादुर पुलिस अफसर को खोया है। आपको बताता चलूं की जिस पुलिस अधिकारी की मौत हुई है, वो एक इंसाफ़ पसंद अफसर थे। वे दादरी में मॉब लिंचिंग में मारे गये अख़लाक केस में जांच अधिकारी रहे हैं। आपको बता दें कि बुलंदशहर के स्याना में गोकशी की अफवाह के बाद गुस्साई भीड़ के उपद्रव के बीच इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और स्थानीय युवक सुमित की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या किसने की, इस पर जांच जारी है।
कृपया भ्रामक खबर न फैलाएं। इस घटना का इज्तिमा कार्यक्रम से कोई संबंध नही है। इज्तिमा सकुशल सम्पन्न समाप्त हुआ है। उपरोक्त घटना इज्तिमा स्थल से 45-50 किमी थाना स्याना क्षेत्र मे घटित हुई है जिसमे कुछ उपद्रवियो द्वारा घटना कारित की गयी है।इस संबंध मे वैधानिक कार्यवाही की जा रही है https://t.co/TwouiJoqhu
— Bulandshahr Police (@bulandshahrpol) December 3, 2018
मागर सवाल है कि यह घटना हुई कैसे? अचानक एक भीड़ गोहत्या के अफवाह पर कैसे इकठ्ठा हुई? इन सब बातों पर गौर करने वाली बात है।
लेकिन एक बात जो सामने आई है, वो सुदर्शन टीवी के हेड सुरेश चौहान के ट्वीट से जोड़ कर देखा जा रहा है।
#बुलंदशहर_में_बवाल पुलिस चौकी और कई वाहनों में लगाई आग और देखे #बुलंदशहर_इज्तेमा पर लाईव अपडेट @SudarshanNewsTV पर pic.twitter.com/k58xygqsbR
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) December 3, 2018
#बुलंदशहर_इज्तेमा के बवाल के बाद कई स्कूलों में बच्चे फँसे है, रो रहे है, लोग जंगल में है, घरों के दरवाज़े बंद कर के लोग सहमे हूए है- सुदर्शन से लाईव बातचीत में स्थानीय लोग। #बुलंदशहर_में_बवाल @SudarshanNewsTV पर लाईव
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) December 3, 2018
#बुलंदशहर_इज्तेमा में गौकशी के मामले के बाद हंगामा। लाठीचार्ज, आगज़नी और गोलीबारी और मौतें जैसे सोसिअल मिडीया मेसेजेस के सच्चाई के लिए तुरंत देखे @SudarshanNewsTV लगातार लाईव। ज़मीनी सच्चाई केवल सुदर्शन पर
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) December 3, 2018
#बुलंदशहर_इज्तेमा के आयोजक “तब्लीगी जमात” सुरक्षा एजन्सियो के रडार पर पहले से है। आज भी करोड़ों लोगों को कभी भी कही भी एक करने की क्षमता रखते है यह। कई देशों के साथ हि कई संदिग्ध संस्थाओं से है लिंक का इनपुट https://t.co/0b8b2bVUes
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) December 3, 2018
पंजाब के शेर राजा रणजीत सिंह जी को डाकू और कंबख्त कहने वाला पाकिस्तानी मौलवी तारिक @TariqJamilOFCL को #बुलंदशहर_इज्तेमा में क्यो बुलाया गया है? सिध्दू @sherryontopp ने हौसला बढ़ाया है? @Uppolice @myogiadityanath @RSSorg @rajnathsingh pic.twitter.com/9w3cH99d3e
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) December 3, 2018
अयोध्या में हिंदूओ से डरने वालों के #बुलंदशहर_इज्तेमा के प्रती हिंदूओ का व्यवहार देखिए।पर इस में विवादित #पाकिस्तानी_उलेमा क्यो हुलाए गए ? उनके विवादित विडीयो देखे @SudarshanNewsTV पर @myogiadityanath @rajnathsingh @ https://t.co/ACacx8yLtY
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) December 3, 2018
सुरेश चौहान अक्सर विवादों में रहते हैं। बुलंदशहर में तब्लीगी इज्तिमा को लेकर वो पहले से ही विवादित और भड़काने वाले ट्वीट कर रहे थे। जब से इज्तिमा शुरू हुई, वे अपने ट्वीटर हैंडल से इसके खिलाफ़ एक मुहिम चला रखे थे। अगर उनके ट्वीट पर आप गौर करेंगे तो देखेंगे कि वह कैसे किसी खास समुदाय के खिलाफ़ लोगों को भड़काने का काम कर थे।
कृपया भ्रामक खबर न फैलाएं। इस घटना का इज्तिमा कार्यक्रम से कोई संबंध नही है। इज्तिमा सकुशल सम्पन्न समाप्त हुआ है। उपरोक्त घटना इज्तिमा स्थल से 45-50 किमी थाना स्याना क्षेत्र मे घटित हुई है जिसमे कुछ उपद्रवियो द्वारा घटना कारित की गयी है।इस संबंध मे वैधानिक कार्यवाही की जा रही है https://t.co/TwouiJoqhu
— Bulandshahr Police (@bulandshahrpol) December 3, 2018
हिंसा होने के बाद सुरेश चौहान ने इस घटना को तब्लीगी इज्तिमा से जोड़ दिया। उनके ट्वीट को देख बुलंदशहर पुलिस ने सुरेश चौहान के ट्वीट को रीटवीट् करते हुए साफ किया कि इस हिंसा का इज्तिमा से कोई संबंध नहीं है, और इज्तिमा बिल्कुल सही तरीके से संपन्न हुई। बुलंदशहर पुलिस ने आगे लिखा की यह घटना इज्तिमा जहां हुई, वहां से करीब 50 किमी दूर पर हुई है।
WebQoof | In a tweet, the Bulandshahr police has clarified that the violence took place about 45-50 kms fom the place where the Ijtema was held.https://t.co/sDQ3nFeT3P
— WebQoof (@QuintFactCheck) December 4, 2018
हिंदुस्तान सौहार्द सिखाता है, भीड़ हिंसा सिखाती है
भीड़ को उकसावा एसे लोग देते हैं जिन्हें हिंदुस्तान से मुहब्बत कम एक क़ौम से नफ़रत ज़्यादा है।झूठ के हाथ पैर पुलिस ने पकड़े। pic.twitter.com/2aiRAOfEtg
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) December 3, 2018
शर्म आनी चाहिए आपको @SureshChavhanke पत्रकार का काम सच दिखाना है और आप खुल्लम खुल्ला दंगे भड़काने का काम कर रहे हो. pic.twitter.com/DPRl2428pb
— Farah khan (@farah17khan) December 3, 2018
जो सच है वो बोला जाएगा लेकिन भाई साहब आप ये बताएं कि बुलंदशहर हिंसा को इज्तिमा से जोड़ने के पीछे आपकी मंशा क्या थी? @SureshChavhanke https://t.co/mw7j7cBM6P
— Farah khan (@farah17khan) December 3, 2018
सुरेश चौहान के भड़ाऊ ट्वीट को लेकर देश के कई जानेमाने पत्रकारों ने भी सवाल उठाए हैं। इसके बावज़ूद भी सुरेश चौहान नहीं मान रहे हैं और ट्वीट कर इस घटना को तूल देने की कोशिश कर रहे हैं।