ऑस्ट्रिया: यूरोपीय देश ऑस्ट्रिया में पूरे चेहरे के नक़ाब पर प्रतिबंध का क़ानून आज 1 अक्टूबर से लागू हो गया है। आस्ट्रिया में इस महीने की पंद्रहवीं तारीख को चुनाव हो रहा है। जनमत समीक्षाओं के मुताबिक इन चुनावों में प्रवासी विरोधी पार्टियों को जीतने की संभावना है। यह पार्टियाँ इस बार गठबंधन सरकार बना सकती हैं।
इस ऑस्ट्रियन कानून का पूरा नाम ‘पूर्ण चेहरा छुपाने पर प्रतिबंध’ रखा गया है। क़ानून के मुताबिक सार्वजनिक स्थानों पर हॉस्पिटलों या पार्टियों में इस्तेमाल किये जाने वाले मास्क समेत किसी भी तरह पूर्ण चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगा दी गई है। इसका उल्लंघन करने वालों को डेढ़ सो रूपये का जुर्माना देना होगा। इसके अलावा ऑस्ट्रियन पुलिस को भी ज़रूरत पड़ने पर जबरदस्ती चेहरा दिखने पर मजबूर करने की इजाजत दी गई है।
डीडब्ल्यू की रिपोर्ट के मुताबिक यूरोपीय संघ के इस सदस्यीय देश में दूसरे विश्व युद्ध के बाद से लगातार दक्षिणपंथी की ओर झुकाव वाली राजनितिक पार्टियाँ ही सत्ता में रही हैं। हालांकि इस बार प्रवासी और इस्लाम विरोधी घोषणापत्र के तहत चुनाव लड़ने वाली पार्टियों की जीत और पावर में आने के प्रभाव यूरोपी यूनियन पर भी लागु हो सकते हैं।
पिछले महीने जर्मनी में भी दक्षिणपंथी इस्लाम और प्रवासी विरोधी राजनीतिक दल एएफडी जर्मनी में तीसरी सबसे बड़ी राजनीतिक शक्ति बन कर उभरी है और ऑस्ट्रिया में ऐसे ही विचार रखने वाली पार्टियों की सरकार यूरोप भर में उभर सकती है।