नई दिल्ली: देशभर के मदरसे के शिक्षक को मेन स्ट्रीम के शिक्षा व्यवस्था से जोड़ने के लिए ‘शिक्षा आंदोलन’ के तहत पहली बार अभियान शुरू की गई है। इस अभियान के तहत शिक्षक को प्रशिक्षण मोहैया कराने के लिए जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने अहम भूमिका निभाया है।
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इन शिक्षकों में 50 फीसद महिला शिक्षक भी शामिल हिं और यह अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के ज़रिए अल्पसंख्यक वर्ग की शैक्षिक आत्मनिर्भरता की ओर उठाया गया बेहतर कदम साबित हो रहा है।इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक हाथ में कुरान, दूसरे हाथ में कंप्यूटर’ के संदेश को मजबूती मिलेगी।
इस विचारों का व्यक्त केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी ने किया। उन्होंने कहा कि मदरसे में छात्र को मिडडे मोहैया कराने पर भी तेज़ी से काम हो रहा है। वह आज मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन की 57वीं जनरल बोडी की 100 वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।