सबरीमाला: केरल BJP चीफ के खुलासे को लेकर बीजेपी अध्यक्ष पर FIR दर्ज, मुख्य पुजारी से मांगा गया स्पष्टीकरण

केरल के शीर्ष मंदिर निकाय ने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के खुलासे को लेकर सबरीमाला मंदिर के मुख्य पुजारी के. राजीवरू से स्पष्टीकरण मांगा है. बीजेपी नेता पीएस श्रीधरन पिल्लई ने कहा था कि रजस्वला उम्र की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश करने पर दरवाजे बंद करने की धमकी देने से पहले मुख्य पुजारी ने उनसे सलाह-मशविरा किया था. भगवान अयप्पा मंदिर का प्रबंध संभालने वाले त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि यह प्रक्रिया सिर्फ एक औपचारिकता है, क्योंकि मुख्य पुजारी पहले ही भगवा दल के दावे का खंडन कर चुके हैं.

देवस्वओम आयुक्त एन वसु ने हाल में राजीवरू को नोटिस भेजकर उनसे स्पष्टीकरण मांगा था. दरअसल, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पिल्लई के दावे से राज्य में बड़ा विवाद हो गया था. टीडीबी अध्यक्ष ए पद्ममकुमार ने कहा, ‘टीडीबी का मुख्य पुजारी में पूरा विश्वास है. वह बीजेपी के प्रदेश प्रमुख के दावे को पहले ही सार्वजनिक तौर पर खारिज कर चुके हैं और अपना रूख बता चुके हैं. हमें उनके शब्दों पर यकीन है और उनका सम्मान करते हैं.’

उन्होंने कहा, ‘स्पष्टीकरण सिर्फ यह जानने के लिए मांगा गया है कि क्या हुआ था. इसका मतलब मुख्य पुजारी के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू करना नहीं है.’ उन्होंने कहा कि हाल में बैठक में इस बारे में चर्चा की गई थी. बोर्ड सूत्रों ने बताया कि आमतौर पर सात दिन के अंदर जवाब दे दिया जाता है. रजस्वला आयु की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश के खिलाफ नाटकीय विरोध के दौरान राजीवरू ने 19 अक्टूबर को धमकी दी थी कि अगर दो महिलाओं को मंदिर परिसर में प्रवेश कराया जाता है तो वे गर्भ गृह के दरवाजे बंद कर देंगे. इन दो महिलाओं के पास पुलिस सुरक्षा थी.

टीवी चैनलों ने सोमवार को एक वीडियो क्लिप का प्रसारण किया था, जिसमें पिल्लई कह रहे थे कि मंदिर के दरवाजे बंद करने की धमकी देने से पहले मुख्य पुजारी ने उनसे सलाह-मशविरा किया था. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा था कि उन्होंने मुख्य पुजारी को आश्वासन दिया था कि इसमें कोई अवमानना नहीं है और हजारों श्रद्धालु उनके साथ हैं