हैदराबाद। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा बूचड़खानों के लिए पशुओं की ख़रीद-फरोख़्त पर लगाए गए प्रतिबंध के बाद से पशु व्यापारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार के इस नए नियम के ख़िलाफ देश भर के पशु व्यापारी विरोध भी कर रहे हैं।
सरकार द्वारा लगाए गए इस बैन के बाद से कथित गौरक्षकों के हौसले और बुलंद हो गए हैं। देश भर में गौरक्षा के नाम पर मुसलमानों और दलितों को निशाना बनाया जा रहा है। इसी असुरक्षा के माहौल के मद्देनज़र हैदराबाद के पशु व्यापारियों ने बकरीद से पहले पुलिस कमिश्नर महेंद्र रेड्डी से मुलाकात की।
पशु व्यापारियों ने मुलाकात के दौरान कमीश्नर से बकरीद के मौके पर पुलिस सुरक्षा की मांग की। व्यापारियों का कहना है कि गौ आतंकी प्रतिबंध के बहाने उनको बुरा अंजाम भुगतने की धमकियां दे रहे हैं।
पुलिस और पशु व्यापारियों की संयुक्त बैठक में व्यापारियों ने कहा कि सरकार द्वारा पशुओं की ख़रीद-फ़रोख़्त पर बनाए गए नए कानून के बाद से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस मामले पर बोलते हुए, जमीयत उल-कुरेश सचिव फरीदुद्दीन कुरैशी ने कहा, “हमारे पशुओं को भी ज़ब्त कर लिया गया है, हालांकि हम गायों को दूसरे समुदायों का लिहाज़ करते हुए शहर में कुरबानी के लिए नहीं ला रहे हैं।”
कमिश्नर ने पशु व्यापारियों को नए कानून का पालन करने की सलाह देते हुए आश्वासन दिया कि वह इस मुद्दे को उच्च अधिकारियों के समक्ष रखेंगे और इसके समाधान पर काम करेंगे।
कमिश्नर ने कहा कि सुरक्षा के इंतेज़ाम पुख्ता करने के लिए बकरीद के दिन शहर में 25 हज़ार पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।