कोलकाता: कल तृणमूल कांग्रेस सांसद सुल्तान अहमद की मौत हो गई। जिसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीबीआई को आड़े हाथों लिया है।
ममता का कहना है कि सुल्तान अहमद सीबीआई की पूछताछ से तनाव में थे। न तो उनकी अभी इतनी उम्र थी और न ही उन्हें कोई बीमारी थी की उनकी मौत हो जाये।
नारद स्टिंग मामले को लेकर जांच एजेंसी की तरफ से उन पर दबाव डाला जा रहा था। ये केवल एक या डेढ़ लाख रुपये की राशि से संबंधित है।
वह सीबीआई की तरफ से बनाये जा रहे दबाव को सहन नहीं कर पाए। सिर्फ कुछ रुपयों के लिए सीबीआई ने इस तरह से दबाव डाला की वे चिंता में पड़ गए। सुल्तान का पार्थिव शरीर ले जाते वक़्त भी सीबीआई ने उन्हें चिट्ठी भेजी।
ममता बनर्जी ने ट्विटर पर ट्वीट भी किया था कि “सुल्तान अहमद के निधन से बेहद दुखी और स्तब्ध हूं जो तृणमूल कांग्रेस के मौजूदा सांसद और लम्बे समय से मेरे सहयोगी थे। उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं।”
आपको बता दें कि सुल्तान अहमद की मौत कोलकाता में अपने आवास पर दिल का दौरा पड़ने से हुई है। उनको जब तक एक निजी अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जो भी सुल्तान अहमद की मौत की खबर सुन रहा था उसे यकीन नहीं हो रहा था।