JNU में CCTV कैमरे लगाने का काम शुरू, लेफ्ट संगठन ने बताया अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला

जेएनयू में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद कैपस में सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम शुरू हो गया है। फिलहाल ये कैमरे यूनिवर्सिटी कैम्पस के अन्दर बने हॉस्टलों के गेट पर लगाए जा रहे हैं।

हालाँकि कोर्ट के इस फैसले से सभी छात्र सहमत नज़र नहीं आ रहे हैं। एक तरफ जहाँ भाजपा की छात्र इकाई एबीवीपी ने इस फैसले को छात्रों की जीत बताया है। वहीँ लेफ्ट संगठन ने इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला के रूप में देख रहा है।

एबीवीपी बीते काफी समय से सुरक्षा के मद्देनज़र कैम्पस में सीसीटीवी लगाने की मांग कर रही थी। हालांकि कोर्ट के आदेश के बाद जेएनयू छात्रसंघ में काबिज लेफ्ट संगठनों ने भी इस मसले पर सहयोग देने की बात बोली है और बाकायदा शपथपत्र कोर्ट में जमा कराया है।

दरअसल कैम्पस में कैमरे लगाने की पीछे की वजह बीते कुछ समय से जेएनयू के भीतर के हालात को माना जा रहा है।

वहीँ इसमें लापता छात्र नजीब अहमद का भी मामला काफी अहम है जिसमे तफ्तीश करते वक्त सीसीटीवी कैमरे ना होने की वजह से पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पाया।