हम कश्मीर के मुद्दे पर बातचीत करने को तैयार है, लेकिन नई दिल्ली को भी पहले इस पर अपना रुख साफ करना होगा- हुर्रियत नेता

हुर्रियत नेताओं से बात करने को लेकर सरकार द्वारा नरमी के संकेत देने के बाद अब हुर्रियत नेताओं ने भी सरकार से बात करने पर सहमति जताई है लेकिन उन्होंने पहले भारत सरकार से बातचीत को लेकर रुख साफ करने को कहा है।

सैय्यद अली शाह गिलानी, मीरवाइज फारुख और यासीन मलिक ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा है कि हम कश्मीर के मुद्दे पर बातचीत करने को तैयार है लेकिन नई दिल्ली को भी पहले इस पर अपना रुख साफ करना होगा।

गिलानी के घर पर चली इस बैठक के बाद हुर्रियत नेताओं ने ये बयान जारी किया। बयान में कहा गया कि पिछले कुछ दिनों में सरकार की तरफ से अलग-अलग तरह के बयान सामने आए हैं।

जहां एक तरफ राजनाथ सिंह कहते हैं कि कश्मीर और पाकिस्तान दोनों से बातचीत के लिए वो तैयार हैं लेकिन कश्मीर और कश्मीरी दोनों हमारे हैं। तो वहीं सुषमा स्वराज कहती हैं कि जब तक आतंक नहीं रुकता पाकिस्तान से कोई वार्ता नहीं की जाएगी।

वहीं अमित शाह कहते हैं कि सीजफाइयर आतंकियों के लिए नहीं है। वहीं राज्य पुलिस के डीजी कहते हैं ये आतंकियों के लिए है जो वापस घर आना चाहते है। इतनी अस्पष्टता के माहौल में समझ पाना मुश्किल है कि क्या किसी उद्देश्य के साथ गंभीरता से बातचीत करनी है या कोई प्रतिक्रिया स्वरूप बात करती है।