चीन ने मुसलमानों के रोज़ा रखने पर फ़िर लगाई पाबंदी

चीन अकसर दावा करता है कि उसके यहां लोगों को अपने धर्म और विश्वास को मानने की आजादी है। लेकिन अकसर वहां धार्मिक अल्पसंख्यकों पर किसी न किसी तरह से नियंत्रण की खबरें आती रहती हैं।

ख़बर है कि चीनी प्रान्त शिनजियांग में रहने वाले मुसलमानों पर तमाम तरह की पाबंदियों के बीच अब इससे बढ़कर चीन के एक नया फैसला लिया है।

सरकार के नए फैसले के मुताबिक़, मुसलमानों के पाक महीने रमजान में सरकारी कर्मचारियों, टीचर्स और छात्रों को रोजा रखने पर बैन लगा दिया गया है।

यह आदेश चीन के सेंट्रल शिनजियांग सरकार की ओर से जारी किया गया है। यह आदेश खासतौर पर शिनजियांग प्रांत के लिए है जहां पर मुसलमानों की आबादी 58 प्रतिशत है।

चीन के सेंट्रल शिनजियांग के कोरला शहर की सरकारी वेबसाइट पर आदेश के बारे में लिखा है, ‘पार्टी के सदस्‍य, कैडर्स, सरकारी अधिकारियों, छात्रों और अल्‍पसंख्यकों को आदेश दिया जाता है कि वह रमजान के दौरान रोजा नहीं रखेंगे और न ही किसी धार्मिक गतिविधि में शामिल होंगे। रमजान के माह के दौरान खाने-पीने का बिजनेस भी बंद नहीं होना चाहिए।’

इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट की ओर से कहा गया है कि मानवाधिकार संगठनों ने दावा किया है कि इस क्षेत्र में मौजूद 10 मिलियन उइग्‍यूर मुसलमानों की अल्‍पसंख्‍यकों की आबादी और यहां के सुरक्षाबलों के बीच धर्म और संस्‍कृति की पाबंदियों को लेकर संघर्ष होता रहता है।

खलीज टाइम्‍स की ओर से वर्ल्‍ड उइग्‍यूर कांग्रेस के नेता के हवाले से लिखा गया है कि चीन समझता है कि उइग्‍यूर का इस्‍लाम पर विश्‍वास उसके लिए खतरा है और चीन के नेतृत्‍व के लिए वह चुनौती बन गए हैं। पिछले वर्ष भी चीन ने इसी तरह का बैन लगाया था।

गौरतलब है कि चीन के इस प्रांत में मुस्लिम नागरिकों पर पहले से ही कई पाबंदियां लागू हैं। कुछ दिनों पहले चीन की ओर से शिनजियांग के मुसलमानों पर नियम लागू किया गया था कि वे अपने बच्चों के नाम सद्दाम और जिहाद नहीं रख सकते। चीन सरकार ऐसे कई नामों को बैन कर चुकी है।