‘RSS आरक्षण के ख़िलाफ़ है इसलिए PM मोदी इस पर बात नहीं कर रहे हैं’

भारत चीन संबंधों के विशेषज्ञ और एक प्रमुख बुद्धिजीवी माओ केजी ने कहा है कि पीएम मोदी का दुनिया में आज जो कद बढ़ा है, उसके पीछे आरएसएस का बहुत बड़ा हाथ है।

माओ केजी के मुताबिक साल 1992 में हुए बाबरी विध्वंस से बीजेपी को काफी फायदा पहुंचा है।

गुआनचाओ डॉट सीएम पर प्रकाशित हुए माओ के इस लेख में कहा है कि मोदी के “गुजरात मॉडल” के नारे ने बीजेपी और आरएसएस के आपसी संबंधों को काफी मजबूत कर दिया है। इसका फायदा बीजेपी और आरएसएस दोनों को पहुंचा है और दोनों की राजनीतिक स्थिति और मजबूत हुई।

केजी के मुताबिक मोदी को लोकसभा चुनाव से पहले आरएसएस का समर्थन हासिल था। मोदी देश की आर्थिक व्यवस्था को सुधारने पर ज्यादा जोर दे रहे हैं और आरक्षण की नीति पर कम क्योंकि आरएसएस इसके खिलाफ है।

माओ ने लिखा है, “छोटे केक के बंटवारे के बजाय केक का आकार बढ़ाने पर जोर देकर मोदी विभिन्न सामाजिक समूहों के जटिल हितों की टकराहट से बच के चल रहे हैं।”

माओ के मुताबिक बाबरी मस्जिद गिराने के बाद हुए धार्मिक ध्रुवीकरण से बीजेपी और आरएसएस ने अपना जनाधार बढ़ाया है। दोनों संगठनों के कैडरों की संख्या तेजी से बढ़ी रही है। आज इन्ही को ये संगठन अपनी रीढ़ की हड्डी कहते हैं। आरएसएस के पास 10 हजार प्रचारक और 50 हजार सक्रिय शाखाएं हैं।