गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान में देरी पर कांग्रेस पार्टी की ओर से एक बार फिर केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर हमला बोला गया है। वरिठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम में ट्विटर पर लिखा है कि पीएम मोदी की गुजरात में घोषणाओं के बाद ही राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जाएगा।
उन्होंने दो ट्वीट किए, जिनमें पहले लिखा कि चुनाव आयोग छुट्टी पर है और जब गुजरात सरकार अपनी सभी घोषणाएं कर लेगी तब कहीं तारीखों का ऐलान होगा। उन्होंने आगे लिखा कि चुनाव आयोग ने पीएम मोदी को ये अथॉरिटी दी है कि वे अपनी रैली में तारीखों का ऐलान कर दे और फिर आयोग को इसकी जानकारी दे देंगे।
कांग्रेस के इस तंज पर गुजरात के सीएम रुपानी ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को हार का डर सता रहा है इसलिए पार्टी की ओर से ऐसी बयानबाजी की जा रही है।
इससे पहले पूर्व चुनाव आयुक्त भी तारीखों के ऐलान की देरी पर चुनाव आयोग को आड़े हाथ ले चुके हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के साथ गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान न करके चुनाव आयोग ने आफत मोल ले ली है, एक तरफ जहां विपक्षी दल आयोग के इस फैसले की आलोचना कर रहे हैं वहीं अब पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टी एस कृष्णमूर्ति ने भी इस पर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के इस फैसले से मैं काफी हैरान हूं, क्योंकि गुजरात और हिमाचल प्रदेश की विधानसभाओं का कार्यकाल एक साथ अगले साल खत्म हो रहा है। ऐसे में चुनाव आयोग ने दोनों राज्यों की चुनावों की तारीख का ऐलान क्यों नहीं किया?