यहां 100 से कम मुस्लिम वोटर होने के बाद भी मुस्लिम प्रत्याशी की हुई जीत

उत्तर प्रदेश: समाज को जाति,धर्म के आधार पर बांटने की राजनीति के चरम पर होने के बावजूद इटावा ज़िले में एक ऐसे युवा मुस्लिम प्रत्याशी की जीत हुई, जहां मुस्लिम वोटर्स की संख्या महज 100 से भी कम है। 26 वर्षीय अज़ीम शानू ने वार्ड नम्बर 12 से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े। जिन्होंने 342 वोटों के साथ जीत हासिल की।

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स्थानीय पत्रकार सैयद शाकिर अली के पुत्र अज़ीम शानू का कहना है कि उन्होंने सकारात्मक ऊर्जा के साथ लोगों को अपने पक्ष में किया। वोट मांगने के दौरान ही लोगों की समस्याएं नोट की। लोगों को भरोसा दिलाया। दूसरे कुछ लोगों ने जाति और धर्म का हवाला दिया। उन्हें मुसलमान बताया, लेकिन मतदाताओं ने उनकी इन दलीलों को ठुकरा दिया।

जबकि चुनाव जीतने वाले अज़ीम शानू जब पहली बार लोगों से घर घर मिलने पहुंचे तो कई महिलाओं ने आरती उतारकर स्वागत किया। एक मुस्लिम प्रत्याशी की जीत और लोगों द्वारा आरती उतार तिलक किया जाना पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया। जबकि क्षेत्र के नेताओं की नजरें इसी सीट पर बनी हुई थीं।

उधर गाँव वाले रामौतार गुप्ता व अरविंद पोरवाल का कहना है कि हम धर्म और जाति के आधार पर चुनाव नहीं चाहते थे। दूसरे प्रत्याशी इतने मजबूत और योग्य नहीं थे, इसलिए अज़ीम का चुनाव किया।

बता दें कि करीब 1500 की वोटर वाले इस वार्ड में 650 यादव वोट हैं। वार्ड में एक और निर्दलीय प्रत्याशी प्रहलाद सिंह यादव थे, जो खुद को सपा समर्थित बता रहे थे। 300 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे प्रहलाद की बजाय यादव वर्ग के लोगों ने अज़ीम शानू को खुलकर सपोर्ट किया। भाजपा के प्रत्याशी संजीव गुप्ता को 176 वोट के साथ तीसरे नम्बर पर संतोष करना पड़ा।