CM ममता बनर्जी ने हिंसा रोकने के लिए दिए सख्त निर्देश, केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात से किया इंकार

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आसनसोल-रानीगंज में हिंसा रोकने के लिए पुलिस को प्रशासन को कारगर उपाय करने का निर्देश दिया है। गुरुवार को दिल्ली से लौटने के बाद शाम को नवान्न में ममता ने उच्चस्तरीय बैठक की जिसमें मुख्य सचिव मलय दे, गृह सचिव अत्रि भट्टाचार्य और डीजीपी सुरजीतकर पुरकायस्थ, एडीजी (कानून-व्यवस्था) अनुज शर्मा समेत पुलिस के अन्य आला अधिकारी उपस्थित थे।

नवान्न सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री के पहुंचने के पहले मुख्य सचिव और गृहसचिव ने पुलिस के आला अधिकारियों के साथ बैठक की थी। उसके बाद मुख्यमंत्री के नवान्न पहुंचने के बाद उनकी उपस्थिति में फिर बैठक शुरू हुई। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के नहीं रहने के दौरान रामनवमी के जुलूस को केंद्र कर राज्य के कई भागों में हिंसक घटनाएं हुई। कुछ जगहों पर सांप्रदायिक तनाव भी पैदा हुआ।

विपक्षी दलों खास कर भाजपा ने ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री के राज्य में नहीं रहकर दिल्ली में राजनीति करने का आरोप लगाया था। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही मुख्य सचिव ने केंद्रीय बल तैनात करने के गृह मंत्रालय का प्रस्ताव ठुकरा दिया।

बाद में राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने जब रानीगंज में स्थिति का जायजा लेने के लिए जाना चाहा तो सरकार ने उन्हें वहां नहीं जाने का सुझाव दिया।

इस मुद्दे पर पर भी भाजपा ने सरकार की आलोचना की। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसा से लेकर लेकर इन सारे मुद्दों पर बैठक में विचार मंथन किया। उन्होंने शनिवार को हनुमान जयंती के मौके पर इस तरह की कोई गड़बड़ी नहीं होने देने के लिए कारगर कदम उठाने का निर्देश दिया।