केशव प्रसाद मौर्या
फूलपूर से पहली बार चुने गए सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष। ओबीसी समुदाय से आने वाले मौर्य के चलते इस समुदाय का भारी समर्थन पार्टी को मिला।
सतीश महाना
सतीश महाना ने कानपूर की महाराजपुर सीट से भारी वोट से जीत हासिल की है। सतीश महाना को रिकॉर्ड 56 प्रतिशत वोट मिले। वहीँ ये 1991 से लगातार छटवी बार जीते हैं।
मनोज सिन्हा
केंद्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने बीएचयू से बीटेक और एमटेक की डिग्री हासिल की है। इन्हें पीएम मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का बेहद करीबी माना जाता है और सूबे के बारे में इन्हें काफी जानकारी है।
उमा भारती
पार्टी की कद्दावर नेता और 2014 लोकसभा चुनाव में झांसी से लोकसभा सीट जीतने वाली उमा भारती केंद्रीय जल संसाधन मंत्री हैं और ओबीसी समुदाय से आती हैं।
स्मृति ईरानी
केंद्रीय मंत्री और तेज-तर्रार स्मृति ईरानी ने 2014 चुनाव में अमेठी में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को कड़ी चुनौती दी थी। पार्टी, महिलाओं और युवाओं में उनका काफी नाम है और वो स्टार प्रचारक, अच्छी वक्ता भी हैं।
राजनाथ सिंह
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, संघ और पार्टी के कद्दावर नेता गृहमंत्री राजनाथ सिंह सूबे के मुखिया की दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे हैं। प्रदेश में उनकी छवि भी निर्विवाद और बेदाग है।
योगी आदित्यनाथ
भाजपा के फायर ब्रांड नेता योगी को पूर्वांचल की राजनीति में मशहूर शख्सियत माना जाता है। चुनाव प्रचार के दौरान भी योगी ने रैलियों में मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में मोड़ा और पश्चिमी यूपी से लेकर पूर्वांचल तक प्रचार अभियान में ताकत झोंकी।
दिनेश शर्मा
लखनऊ के मेयर और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। भाजपा के सदस्यता अभियान के प्रभारी होने के साथ ही दिनेश शर्मा पीएम मोदी और अमित शाह के राज्य गुजरात के प्रभारी भी हैं। लोकसभा चुनाव में दिनेश शर्मा ने लखनऊ में राजनाथ सिंह के चुनाव का पूरा जिम्मा उठाया था।
महेश शर्मा
केंद्रीय मंत्री और प्रदेश की शो विंडो माने जाने वाले नोएडा के मौजूदा सांसद महेश शर्मा का संघ से काफी पुराना वास्ता है। प्रदेश में चुनाव प्रचार की अहम भूमिका निभाने वाले महेश को भी टॉप भाजपा नेताओं का चहेता माना जाता है।