2019 के आम चुनावों के लिए बीजेपी को मात देने के लिए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कमर कसी है। बीजेपी को घेरने के लिए तमाम विरोधी दल एकजुट हो रहे हैं। बीजेपी को अपने लक्ष्य से दूर रखने के लिए विपक्षी दल हर रणनीति अपना रहे हैं।
इसकी एक बानगी यूपी में लोकसभा की दो सीटों पर हुए उपचुनाव में देखने को भी मिली थी. दो धुर विरोधी पार्टी बीएसपी और सपा ने हाथ दशकों पुरानी दुश्मनी को तिलाजंलि देकर हाथ मिलाए और जीत भी हासिल की थी।
अब तमाम विपक्षी दलों को एक जुट करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली दौरे पर हैं। विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात के साथ-साथ बीजेपी के खेमे में भी सेंध लगाने की खास रणनीति बनाई है.असंतुष्ट नेताओं के अलावा के बीजेपी के सहयोगी दलों से भी मुलाकात कर रही हैं।
राजनीति के जानकार बताते हैं कि इस बार विपक्ष ने बीजेपी को घेरने के लिए उसी की रणनीतियों का इस्तेमाल किया है. जिस तरह बीजेपी विरोधी दल में सेंध लगाकर उनके नेताओं को अपने खेमे में लाकर विपक्ष को कमजोर करने का काम करते हैं, उसी नीति के तहत यह रणनीति बनाई गई है। और टीएमसी की मुखिया इसी नीति को लेकर दिल्ली आई हैं।
इससे पहले ममता बनर्जी बीजेपी के असंतुष्ट नेताओं के साथ-साथ बीजेपी के सहयोगी दलों से भी मुलाकात कर रही हैं। उन्होंने शिवसेना के सांसद संजय राउत से मुलाकात की। संजय राउत के अलावा उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सांसद के कविता से भी मुलाकात कर चुकीं हैं।
बता दें कि इन दिनों संसद का बजट सत्र चल रहा है। इस दौरान तमाम नेता दिल्ली में मौजूद रहते हैं। सभी नेताओं से मुलाकात का संसद सत्र से अच्छा मौका कोई और नहीं होता। इसलिए ममता बनर्जी ने इस मौके का फायदा उठाते हुए दिल्ली आने का कार्यक्रम बनाया।