सूखे तालाब में रातों-रात भरा पानी, क़ैद कर दिए गए ग्रामीण, CM को दिखाई गांव की खुशहाल तस्वीर

झांसी: सालों से सूखे से जूझ रहा है बुंदेलखंड। लेकिन झांसी एक गांव ऐसा है जहां के तालाबों में रातों रात पानी भर गया, गांव की तस्वीर भी रातों-रात बदल गई। आप सोंचेगे ये कोई जादू हुआ है क्या तो बता दूँ कि आप गलत हैं।

दरअसल ये अधिकारियों का कारनाम है और ये सारी कारस्तानी इसलिए की गई क्योंकि वहां नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दौरा था।

झांसी के पास टांकोरी गांव में योगी आदित्यनाथ ग्रामीणों से मिलने वाले थे जिसको लेकर ग्रामीण खासे खुश थे कि वो सीएम से मिलकर अपनी परेशानियां बता सकेंगे।

लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि सीएम को विकास की झूठी तस्वीर दिखाने के लिए गांव के तालाब को टैंकरों से भर दिया गया। गुरुवार को गांव का वो तालाब लबालब था जिसमें बुधवार को पानी ना के बराबर था। यही नहीं गांव वाले अधिकारियों की पोल ना खोल दे इस डर से पुलिस ने गांववालों को घरों में बंद कर बाहर से कुंडी लगा दी।

बुंदेलखंड दौरे पर निकले सीएम के दौरे में एक तालाब का निरीक्षण करना भी शामिल था जिसके लिए प्रशासन ने झांसी-मवई गिर्द रोड से टांकोरी संपर्क मार्ग पर स्थित तलाब को चुना था। सीएम को खुश करने लिए बुधवार रात को ही मुस्तरा तालाब से आए नाले में पानी छोड़कर टॉकोरी तालाब को भर दिया गया।

सीएम के दौरे के पहले ही ग्राम प्रधान रामलाल अहिरवार और दूसरे लोगों को दूर ही रोक दिया गया। पत्रकार भी सीएम के पास नहीं पहुंच पाए। तालाब के दौरे के बाद सीएम टॉकोरी गांव पहुंचे जहा उन्होंने प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया।

हां सीएम ने ग्रामीणों से उनकी समस्याओं के बारे में पूछा। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पीने की पानी की बहुत परेशानी है, गांव में हाई स्कूल खोलने की मांग भी है।

पुलिस ने स्कूल के पास बने घरों में बाहर से कुंडी लगा दी थी ताकि लोग मुख्यमंत्री तक पहुंच ही ना पाएं। इस मामले में एसपी ग्रामीण सुधा सिंह ने कहा कि टॉकोरी गांव की व्यवस्था के लिए अन्य ज़िलों से आए पुलिस अफ़सर लगे थे। वहां क्या हुआ इसकी जानकारी नही है।

ऐसे में सवाल उठता है कि सीएम योगी आदित्यनाथ भले ही ज़मीनी स्तर पर काम करने की कोशिश कर रहे हों लेकिन अधिकारी उनकी कोशिशों पर पानी फेरने पर अमादा हैं।